Jhansi News: निजी अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत, बवाल, जांच में जुटी पुलिस
Jhansi News: निजी अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत के बाद बवाल की सूचना पर एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, सीओ सिटी रामवीर सिंह, नवाबाद और सदर बाजार पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने बवाल कर रहे मृतका के परिजनों से वार्तालाप की।;
Jhansi News: नवाबाद थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर के पास स्थित एक निजी अस्पताल में उस समय बवाल हो गया, जब अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि हड्डी के डॉक्टर ने गर्भवती महिला का गलत तरीके से ऑपरेशन कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने बवाल कर रहे लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत करवा दिया।
नवाबाद थाना क्षेत्र शिवाजी नगर के पास शहर के चर्चित हड्डी जोड़ रोग विशेषज्ञ का अस्पताल बना हुआ है। इसी अस्पताल में विशेषज्ञ की पत्नी भी डॉक्टर है। दोनों हॉस्पिटल में मरीजों का उपचार करते है। उन्नाव बालाजी रोड अयोध्या पुरी कॉलोनी निवासी मुकेश राजपूत ने अपनी गर्भवती पत्नी सोनम राजपूत को इन्हीं के हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। ऑपरेशन के बाद महिला की मौत हो गई। इस पर मुकेश ओर उसके परिजन आक्रोशित हो गए और डॉक्टर पर गलत तरीके से ऑपरेशन करने का आरोप लगाया। मुकेश का आरोप था कि हड्डी जोड़ रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की पत्नी है, लेकिन उन्होंने उसकी पत्नी का ऑपरेशन नहीं किया। बल्कि हड्डी जोड़ रोग विशेषज्ञ ने उनकी पत्नी का ऑपरेशन कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। साथ ही डॉक्टर को बुलाने पर वह नहीं आ रहे ओर फाइल भी नहीं दे रहे। बवाल को देख अस्पताल में भर्ती मरीजों को दिक्कतें होना शुरु हो गई। कुछ मरीज वहां से रफूचक्कर हो गए।
सूचना पर एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, सीओ सिटी रामवीर सिंह, नवाबाद और सदर बाजार पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने बवाल कर रहे मृतका के परिजनों से वार्तालाप की। करीब तीन घंटे तक चले नाटक के बाद पुलिस ने चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। बाद में पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। पुलिस का कहना है कि महिला की मौत किन कारणों से हुई है। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी।
जांच के लिए चार सदस्यीय टीम का गठनः सीएमओ
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुधाकर पांडेय का कहना है कि चिरंजीव अस्पताल में गर्भवती महिला की इलाज के दौरान मौत के मामले का संज्ञान उन्होंने ले लिया। इस मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।