Jhansi News: रेलवे अफसर के बेटे संभव ने फांसी लगाकर दी जान, मालिक का शव देख पालतू कुत्ते एलेक्स की भी मौत
Jhansi News: कोतवाल संजय गुप्ता का कहना है कि परिजनों ने संभव के डिप्रेशन में रहने की बात बताई है। परिजनों का कहना है कि परीक्षा में कामयाबी न मिलने की वजह से वह हताश रहता था।
Jhansi News: किसी ने सही कहा कि जानवर इंसान से ज्यादा प्यार करता है, क्योंकि उसके प्यार में कोई लालच या स्वार्थ नहीं छिपा होता। यही नहीं घर में पला जानवर कभी-कभी तो समय आने पर अपनी जान देकर इंसान के अहसान की कीमत चुका देता है। ऐसा ही मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के पंचवटी कालोनी स्थित नालंदा ओम गार्डन कालोनी में सामने आया है। अपने आम में विचित्र इस मामले को जो भी देख या सुन रहा है, हैरान हो रहा है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी कर रहे रेलवे अफसर के बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मालिक को फांसी लगाता देख उसके पालतू कुत्तो जो किया, उसको जानकर सबकी आंखें आंसू से भर आई।
कोतवाली थाना क्षेत्र के पंचवटी कालोनी स्थित नालंदा ओम गार्डन में आनंद अग्निहोत्री डीआरएम कार्यालय में बजट अनुभाग के अधिकारी हैं। आनंद अग्निहोत्री का इकलौता पुत्र संभव अग्निहोत्री था। संभव यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। संभव की मां का भोपाल में इलाज चल रहा हैँ। आनंद अपनी पत्नी के साथ भोपाल में थे। घटना के दिन काफी देर तक आनंद अग्निहोत्री ने अपने बेटा संभव को फोन किया था, मगर बेटा ने फोन नहीं उठाया था। आनंद ने पड़ोसियों को खबर दी और बेटे के बारे में पूछा। पिता की कॉल पर जब पड़ोसियों ने उसके घर में झांका तो लड़के का शव पंखे से लटका हुआ था।
पड़ोसियों ने पाया कि मालिक के शव को देखकर उसका कुत्ता एलेक्स काफी परेशान था। कुत्ते ने शव फंदे से खींचने का भी प्रयास किया, लेकिन सफलता न मिलती देख वह उसके नीचे ही बैठ गया। कुत्ता एलेक्स किसी भी पड़ोसी के घर के अंदर नहीं आने दे रहा था। हालांकि वह सबको पहचानता था। कुत्ते का ऐसा रुप देख पड़ोसियों को शक हुआ। इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब घर में घुसने का प्रयास किया तो कुत्ते ने उन पर भी हमला कर दिया जिससे उन्नाव गेट चौकी प्रभारी शिवम घायल हो गया। इस पर पुलिस ने नगर निगम की टीम बुलाकर किसी तरह कुत्ते के जाल में बंद कराया और बेहोशी का इंजेक्शन दिया। हालांकि बाद में कुत्ते एलेक्स की भी मौत हो गई।
हताश रहता था संभव
कोतवाल संजय गुप्ता का कहना है कि परिजनों ने संभव के डिप्रेशन में रहने की बात बताई है। परिजनों का कहना है कि परीक्षा में कामयाबी न मिलने की वजह से वह हताश रहता था।
संभव ने कुत्ते एलेक्स को बड़े प्यार से पाला था
संभव ने करीब पांच साल पहले जिस जर्मन शेफर्ड कुत्ते एलेक्स को बड़े प्यार से पाला था, उसकी मौत भी संभव की मौत के कुछ देर बाद ही हो गई। संभव को एलेक्स से काफी लगाव था। उसकी वजह से संभव कहीं बाहर नहीं जाता था। वह एलेक्स को कभी अकेला नहीं छोड़ता था। संभव की मौत के बाद से ही एलेक्स काफी आक्रामक हो उठा था। इसी वजह से चौकी प्रभावी शिवम को भी काटकर उसने घायल कर दिया था। उसे काबू में करने को इंजेक्शन लगाया गया, लेकिन इंजेक्शन का ओवरडोज हो जाने से कुछ देर बाद उसकी भी मौत हो गई। बेटे की मौत के बाद उसके प्यारे पालतू कुत्ते की मौत ने परिवार के लोगों को और दुख कर दिया।
‘मेरा सपना रह गया अधूरा..!’
कमरे की तलाशी के दौरान पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन पुलिस ने संभव की एक नोट बुक (डायरी) बरामद की है। संभव ने इसमें अपने बारे में कई बातें लिखीं हैं। पिछली बार यूपीएससी का परिणाम आने के बाद उसने लिखा कि लगता है कि मेरा सपना अधूरा रह गया। परिजनों का भी कहना था कि संभव पढ़ाई में होनहार था, लेकिन काफी जल्दी दबाव में आ जाता था। परीक्षा में दो बार असफल होने पर परिजनों ने उसे काफी समझाया, लेकिन उसके बावजूद वह हमेशा परेशान रहता था।
अधिकारी बोले नहीं दिया इंजेक्शन
परिजनों का आरोप है कि बेहोशी के इंजेक्शन का ओवरडोज लग जाने के कारण पालतू कुत्ते एलेक्स की मौत हो गयी। उधर, नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. राघवेंद्र सिंह ने बताया कि कुत्ता तनाव में था और हमलावर हो गया था, इसलिए उसे कमरे में बंद कर दिया गया, जहां तनाव के कारण उसकी मौत हो गई। उन्हें बेहोशी का इंजेक्शन दिए जाने की बात से इंकार किया।