Jhansi News: ट्रेन में आग लगने के बाद मोड में रेलवे एक्शन, अब यात्री डिब्बों में लगेंगे तीन तरह के फायर सेफ्टी सिस्टम

Jhansi News: ट्रेनों के एसी कोच में फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम लगने से आने वाले दिनों में ट्रेन के अंदर आग लगने से पहले ही फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम से अलार्म बजने लगेगा।

Update: 2023-09-01 14:31 GMT
ट्रेनों के माध्यम से पाखंडी साधू व तांत्रिक फैला रहे हैं अंधविश्वास: Photo- Social Media

Jhansi News: मदुरई से पहले खड़ी ट्रेन में आग लगने के बाद रेलवे एक्शन मोड में आ गया। रेलवे ने सभी प्रकार की पैसेंजर ट्रेनों में फायर सेफ्टी सिस्टम लगाने के निर्देश दिए हैं। जिसके अंतर्गत यात्री डिब्बों में तीन तरह की फायर सेफ्टी सिस्टम की स्थापना की जाएगी। रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को एसी कोचों में फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम, पेंट्री कारों और पावर कारों में आग का पता लगाने और गैर एसी में आग बुझाने वाले उपकरण उपलब्ध कराने की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि मदुरई स्टेशन से पहले खड़ी ट्रेन में आग लगने से यूपी से तीर्थ यात्रा पर निकले नौ लोगों की मौत हो गई थी। इस तरह की घटनाओं को रोकने में फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम और पॉवर कार कोच में फायर डिटेक्शन एंड संप्रेशन सिस्टम कारगर साबित हो सकता है।

समय रहते आग पर कर लिया जाएगा काबू

ट्रेनों के एसी कोच में फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम लगने से आने वाले दिनों में ट्रेन के अंदर आग लगने से पहले ही फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम से अलार्म बजने लगेगा। जिससे, आग पर समय रहते काबू कर लिया जाएगा। फायर एंड स्मोक डिटेक्शन सप्रेशन सिस्टम के तहत एस्पीरेशनटाइप फायर एंड स्मोक डिटेक्शन सेंसर्स, सप्रेशन आउटलेट, पीएलसी पैसेंजर अलार्म बजर आदि उपकरण लगाए जाएंगे,जो यात्रियों को सतर्क करने के साथ आग बुझाने का भी कार्य भी करते हैं।

ऐसे काम करेगा सिस्टम

धुआं, चिंगारी या आग का संकेत मिलते ही सिस्टम में लगे सेंसर सक्रिय हो जाते हैं। अलार्म बजने के साथ दोनों सिलेंडर क्रियाशील होकर प्रेशर बनाने लगते हैं। कुछ देर में नाइट्रोजन और पानी का मिश्रण पाइपों में प्रवाहित होने लगता है। दबाव में बढ़ते ही वाल्व खुल जाते हैं और नाइट्रोजन मीटर पानी की बौछार शुरु हो जाती है। बताते हैं कि ट्रेनों में विकल्प के रुप में एक पावरकार लगाई जाती है। पावरकार में जनरेटर होता है, जो विशेष परिस्थितियों में कोचों में बिजली की आपूर्ति करता है। पेंट्रीकार की तरह पावरकार और कोचों में भी आग लगने की आशंका बनी रहती है।

ट्रेन में हथियार के साथ ड्यूटी नहीं करेंगे तनावग्रस्त जवान

महाराष्ट्र में चलती ट्रेन में एक आरपीएफ कांस्टेबल द्वारा एके-47 से की गोलीबारी की घटना में एक एएसआई और तीन यात्रियों की मौत ने रेलवे अधिकारियों को चिंतित कर दिया था। बोर्ड के आदेश पर देश के सभी रेल मुख्यालय के आरपीएफ अधिकारियों को सतर्क किया गया है। बोर्ड ने तनावग्रस्त आरपीएफ कर्मियों को चिन्हित कर हथियार न देने का निर्देश दिया है।

आरपीएफ डीजी ने जारी किया फरमान

रेल सुरक्षा बल के महाप्रबंधक द्वारा जारी आदेश के बाद उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त के आदेश पर सभी आरपीएफ पोस्ट को सतर्क कर दिया गया है। कांस्टेबल से पूछताछ में अब तक मिली जानकारी से पता चला है कि वह काफी तनाव में चल रहा था।

तनाव में हैं तो अधिकारियों से बात करें

निर्देशों में कहा गया है कि अगर आप किसी प्रकार के तनाव में हैं, तो बेहिचक पदाधिकारी से बात करें। अपने अधिकारियों को इसकी जानकारी अवश्य दें। उनकी समस्या का समाधान तुरंत किया जाएगा। निर्देश में कहा है कि जो थोड़ा भी तनाव में है तो उन्हें ड्यूटी के दौरान हथियार नहीं दिया जाए।

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