Kanpur News: विसर्जन के अंतिम दिन घाटों पर उमड़ा जनसैलाब, पुलिस रही मुस्तैद
Kanpur News: गणेश विसर्जन का अंतिम दिन होने पर सुबह से ही यातायात पुलिस और पुलिस ने कमर कस ली थी। शहर और देहात के कुछ पुलिस कर्मियों को पनकी मन्दिर सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है।
Kanpur News: आज गणेश विसर्जन का अंतिम दिन है। घाटों पर पुलिस पहले से मौजूद हैं। प्रशासन द्धारा गोताखोर भी लगाएं गए है। घाटों पर जल पुलिस भी निगरानी कर रहीं है। शहर से निकलने वाले जुलूस को देख यातायात पुलिस भी सड़क पर दिखाई दे रही है। गणेश विसर्जन का अंतिम दिन होने पर सुबह से ही यातायात पुलिस और पुलिस ने कमर कस ली थी। शहर और देहात के कुछ पुलिस कर्मियों को पनकी मन्दिर सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है। आज बुढ़वा मंगल और गणेश विसर्जन को देख प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरे लगाएं गए है।
घाटों पर उमड़ा जनसैलाब
किदवई नगर, बर्रा, दबौली, गुजैनी, रतन लाल नगर, लाजपत नगर, स्वरूप नगर, बाबूपुरवा सहित शहर के कई क्षेत्रों में गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी विराजमान किए गए थे। जहां पांचवे दिन से लोग गणेश विसर्जन करने लगें थे। लोग अपने घर पर विराजमान गणेश जी का विसर्जन करने घाटों पर पहुंचे। घाटों पर विसर्जन करने आए लोगों को पैर रखने का जगह नहीं मिली।
पुलिस दिखी मुस्तैद
वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक के बाद पुलिस कर्मी और यातायात पुलिस सड़को से लेकर घाटों पर मुस्तैद दिखें। शहर के बीच से निकल रहें जुलूस को बड़ी आसानी से निकाल यातायात को अभी तक सुचारू रूप से बनाएं रखा है। घाटों पर लगे सुरक्षा कर्मियों ने विसर्जन के दौरान किसी को बीच पानी में जानें नहीं दिया। बड़े वाहनों को घाट से कुछ ही दूरी पर रुकवा दिया। जिससे अंदर कोई जाम की समस्या न आए।
भीगी पलकों से दी विदाई
घाटों पर आई महिलाओं भीगी पलकों से गणेश विसर्जन किया। भगवान गणेश को भीगी पलकों से विदाई दी और कहा कि गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आना। विसर्जन के दौरान लोगों ने एक दुसरे पर गुलाल फेंका। फूलों की होली भी खेली। विसर्जन में छोटे छोटे बच्चें भी गुलाल खेलते दिखाई दिए। बड़े बुजुर्ग भी परिवार के साथ गणेश विसर्जन में शामिल हुए और घाटों पर ढोल नगाड़े की गूंज रही। कोई कोई तो गणेश विसर्जन बैंड बाजा लेकर आया।
इन घाटों पर हुआ गणेश विसर्जन
मर्दनपुर राम गंगा नहर, सरसैया घाट, काली घाट, नाना घाट, ध्योडी घाट महाराजपुर सहित दर्जनों घाटों में गणेश विसर्जन हुआ। कहीं कहीं प्रशासन द्वारा विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब भी बनवाए गए। कुछ परिवारों ने घर में ही बड़े बर्तन में गणेश विसर्जन कर दिया।