Kanpur News: अब कानपुर में जंगली जानवरों का आतंक, तीन लोग घायल

Kanpur News : प्रदेश के बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर सहित कई जिलों में जंगली जानवरों ने आतंक मचा रखा है। अब कानपुर शहर से कुछ दूरी पर नरवल क्षेत्र में जंगली जानवरों के हमले की खबर है।

Report :  Anup Pandey
Update:2024-09-13 20:48 IST

Kanpur News : प्रदेश के बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर सहित कई जिलों में जंगली जानवरों ने आतंक मचा रखा है। अब कानपुर शहर से कुछ दूरी पर नरवल क्षेत्र में जंगली जानवरों के हमले की खबर है। यहां जंगली जानवरों ने तीन ग्रामीणों पर हमला कर दिया है, जिससे वह घायल हो गए। इससे आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी दहशत सी फैल गई है।

बीते मंगलवार को नरवल क्षेत्र के ग्राम सेमरुआ निवासी जगरूप के दस वर्षीय बेटे शानू और खेतों में काम कर रहे अमर सिंह के बेटे राम बहादुर पर जंगली जानवर ने हमला कर दिया। इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में हो-हल्ला मच गया। इसी बीच बेहटा सकत निवासी रामकिशोर (50) पर जंगली जानवर ने हमला कर दिया। तीनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

खेतों पर नहीं जा रहें ग्रामीण

जंगली जानवर के हमले से ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत फैल गई है, जिससे रोशनपुर, खवाजगीपुर, मंधना, बांबी, गढ़ी गांवों के किसान खेतों पर नहीं जा रहे हैं। क्षेत्रीय लेखपाल शैलेंद्र कुमार ने बताया कि जंगली जानवर के हमले से तीन लोग घायल हुए हैं। एसडीएम नरवल ऋषभ वर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी प्राप्त हुई है, राजस्व व वन विभाग की टीम भेजकर जंगली जानवर की तलाश की जाएगी।

टीम चला रही सर्च ऑपरेशन

आज शुक्रवार को वन विभाग की टीम सतर्क हो गई है। नरवल वन विभाग टीम ने घायलों से बातचीत की और ग्रामीणों से जानकारी ली। ग्रामीणों ने आस-पास और खेतों में जंगली जानवर होने के निशान देखे हैं, इसकी जानकारी वन विभाग को दी। वहीं, भट्टा के पास जंगली जानवर के पैरों के निशान पाए गए, जो जंगली जनावर लकड़बग्घा के बताये जा रहे हैं। हालांकि अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि कौन सा जंगली जानवर है, जो हमले कर रहा है। ईंट भट्ठा के आस-पास सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन जानवर का कुछ पता नहीं चल सका।

ईंट के भट्ठे में दिखे पैरों के निशान

पाली गांव निवासी सचिन सिंह ने बताया कि गांव के पास ही एक ईंट का भट्ठा है, जो काफ़ी वर्षों से बंद पड़ा हुआ है। कई बार जंगली जानवरों को देखा गया है। दो महीने पहले ही एक लकड़बग्घा के बच्चे को ग्रामीणों ने पकड़ा भी था। इसके बाद उसे दूर जाकर पर छोड़ दिया गया था। उन्होंने बताया कि गुरुवार को भी खेतों में लकड़बग्घे को जाते हुए देखा गया था, जिसका वीडियो भी लोगों ने बनाया था।

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