Kanpur News: हजारों मोबाइल में कैद हो गई शहीद करण यादव की यादें, शहीद की याद में बनेगा गांव में पार्क और मार्ग

Kanpur News: सरकार के प्रतिनिधि शहीद के घर आज सरकार का पत्र लेकर पहुंचे थे। वहीं पचास लाख की चेक शहीद के परिवार को दी।

Report :  Anup Pandey
Update: 2023-12-26 15:08 GMT

हजारों मोबाइल में कैद हो गई शहीद करण यादव की यादें, शहीद की याद में बनेगा गांव में पार्क और मार्ग: Video- Newstrack

Kanpur News: शहीद के अंतिम संस्कार के बाद सोशल मीडिया में शहीद की यादें बस गई। वहीं सरकार द्वारा शहीद मार्ग और एक पार्क बनाने का फैसला लिया गया है। जिसके लिए सरकार के प्रतिनिधि शहीद के घर आज सरकार का पत्र लेकर पहुंचे थे। वहीं पचास लाख की चेक शहीद के परिवार को दी। जिसमें मंत्री राकेश सचान, विधायक राहुल सोनकर, मंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक अजीत पाल आदि लोग रहे।

चौबेपुर के भाऊपुर गांव में रहने वाला एक परिवार का बेटा बीते दिनों जम्मू कश्मीर में शहीद हो गया। शहीद होने की सूचना होने के बाद से गांव के ग्रामीण टीवी और मोबाइल पर शहीद करण की सूचना देखने लग गए थे। हर कोई मानने को तैयार नहीं था कि सूचना सच है। जो कुछ दिनों में आने की बात कह गया। वो आज शहीद हो गया।


पार्थिव शरीर न आने पर ग्रामीण आ गए थे आक्रोश में

शहीद का पार्थिव शरीर देखने को गांव का ग्रामीण शहीद के घर के पास बैठ गया था। हर आंखें उसको देखने को तरस रही थीं। लेकीन आर्मी विभाग द्वारा गांव में शहीद का पार्थिव शरीर न लाने की खबर आई तो परिवार सहित ग्रामीण आक्रोशित हो गए और हाईवे जाम कर दिया। ग्रामीणों की आखों में आंसू तो कहीं आक्रोश देख पुलिस और प्रशासन भी नरम हो गया और आर्मी के सैन्य अधिकारियों को सूचना दी। जिस पर शहीद का पार्थिव शरीर गांव लाया गया।


पार्थिव शरीर आने की सूचना पर ग्रामीण भोर सुबह से हो गए थे एकत्र

शहीद का पार्थिव शरीर आने की सूचना पर ग्रामीण भोर सुबह से एकत्र हो गए। जहां अधिकतर लोगों के हाथ में मोबाइल था। सब शहीद की यादें अपने पास रखने के लिए वीडियो और फोटो बना रहे थे। जहां गांव में शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा तो हर कोई नम आंखों से वीडियो और फोटो बना रहा था और भारत माता की जय बोल रहा था।


गांव का ग्रामीण बोला नाज है ऐसे बेटे पर

अन्तिम संस्कार के बाद गांव में सन्नाटा सा था। हर कोई करण की पुरानी तस्वीरें तो कहीं साथ बिताए हुए पल की चर्चा कर रहा था। वहीं गांव के ग्रामीण बोले ऐसे बेटे पर नाज है। जो आज देश के लिए शहीद हुआ है। वहीं अधिकतर घरों में खाना बनाने के लिए चूल्हे भी नहीं जले।


याद आई हमारी तो रोना नहीं

शहीद के अंतिम संस्कार के बाद सोशल मीडिया में शहीद की यादें बस गई। वहीं सरकार द्वारा शहीद मार्ग और एक पार्क बनाने का फैसला लिया गया है। जिसके लिए सरकार द्धारा प्रतिनिधि शहीद के घर आज सरकार का पत्र लेकर पहुंचे थे। वहीं पचास लाख की चेक शहीद के परिवार को दी। जिसमें मंत्री राकेश सचान, विधायक राहुल सोनकर, मंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक अजीत पाल आदि लोग रहे।

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