Kanpur News: आईआईटी कानपुर को मिला 2024 का प्रतिष्ठित नेशनल आईपी अवॉर्ड, नवाचार में नई ऊँचाइयाँ छूने की मान्यता
Kanpur News: कानपुर (IIT Kanpur) को भारतीय शैक्षिक संस्थानों के लिए प्रतिष्ठित नेशनल इलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया गया है।;
IIT Kanpur receives the prestigious National IP Award 2024
Kanpur News: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IIT Kanpur) को भारतीय शैक्षिक संस्थानों के लिए प्रतिष्ठित नेशनल इलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार नवाचार और बौद्धिक संपदा (IP) के क्षेत्र में संस्थान की अग्रणी भूमिका को मान्यता प्रदान करता है। यह सम्मान भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य पुरस्कार समारोह में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के हाथों आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल को प्रदान किया गया। इस मौके पर आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर के रिसर्च एस्टेब्लिशमेंट ऑफिसर अंशु सिंह भी उपस्थित थे।
इस महत्वपूर्ण सम्मान के साथ, आईआईटी कानपुर को WIPO उपयोगकर्ताओं के लिए WIPO नेशनल अवॉर्ड भी प्राप्त हुआ, जो विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) द्वारा नवोन्मेष और बौद्धिक संपदा सेवाओं में अग्रणी योगदान के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार भारत के बौद्धिक संपदा क्षेत्र को आगे बढ़ाने में योगदान देने वाले संस्थानों और व्यक्तियों के कार्यों को मान्यता देता है।
प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने कहा, "यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आईआईटी कानपुर के प्रयासों को इस राष्ट्रीय पुरस्कार से मान्यता मिली है। हमारे संकाय, शोधकर्ताओं और छात्रों ने निरंतर नवाचार की सीमाओं को आगे बढ़ाने का काम किया है, और यह सम्मान हमारी प्रतिबद्धता को सशक्त करता है।आईआईटी कानपुर ने पेटेंट दाखिल करने और लाइसेंसिंग में भी निरंतर सफलता हासिल की है।
2024 में, संस्थान ने एक वर्ष में सबसे अधिक 1,229 बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) दाखिल किए, जिसमें से 860 स्वीकृत हुए। इसके साथ ही, आईआईटी कानपुर ने 12.91% की प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग दर बनाए रखी, जो इसके नवाचार और तकनीकी प्रगति में अग्रणी भूमिका को दर्शाती है।नेशनल इलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) अवॉर्ड 2024 का आयोजन कंट्रोलर जनरल ऑफ पेटेंट, डिजाइन एंड ट्रेडमार्क (CGPDTM) द्वारा किया गया। यह पुरस्कार उन नवोन्मेषकों, संस्थानों और उद्यमों को प्रदान किए जाते हैं जिन्होंने भारत में बौद्धिक संपदा निर्माण और व्यावसायीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।