SP MLA इरफान सोलंकी कानपुर एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश, दिखे तल्ख़ तेवर...'सबसे बड़ा फैसला ऊपर वाला करता है'
Irfan Solanki News: सपा विधायक इरफान सोलंकी ने कोर्ट में पेशी के बाद बयान दिया। उन्होंने कहा, 'सबसे बड़ा फैसला ऊपर वाला करता है। मुझे ऊपर वाले के फैसले पर भरोसा है।'
Irfan Solanki News: समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी (SP MLA Irfan Solanki) उत्तर प्रदेश पुलिस का शिंकजा कसता जा रहा है। सपा विधायक सोलंकी को भूमाफिया (land mafia) घोषित कर दिया गया है। शनिवार (04 मार्च) को सपा नेता इरफान सोलंकी को कड़ी सुरक्षा के बीच महराजगंज जेल (Maharajganj Jail) से कानपुर एमपी-एमएलए कोर्ट (Kanpur MP-MLA Court) में पेश किया गया। पेशी के दौरान अदालत के बाहर इरफान सोलंकी के परिवार के सदस्य और समर्थक भी मौजूद रहे।
आज अदालत में सपा विधायक इरफान सोलंकी की पेशी के बाद उनका बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, 'सबसे बड़ा फैसला ऊपर वाला करता है। मुझे ऊपर वाले के फैसले पर भरोसा है।'
इरफ़ान सोलंकी पर आरोपों की लंबी फेहरिस्त
आपको बता दें कि, सपा एमएलए इरफान सोलंकी पर विवादित प्लॉट पर बनी झोपड़ी में आग लगाने, फर्जी आधार कार्ड (Fake Aadhar Card) से हवाई यात्रा करने, बांग्लादेशी नागरिक को प्रमाण पत्र देने, रंगदारी मांगने, मोरंग कारोबारी की 400 गज जमीन पर कब्जा करने और पुलिस से अभद्रता सहित गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है।
इरफान के तेवर तल्ख़, मगर भाई ने लगाई गुहार
समाजवादी पार्टी के विधायक इरफ़ान सोलंकी शनिवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए। सोलंकी पर महिला का घर जलाने और फर्जी आधार कार्ड मामले में सुनवाई हुई। समाजवादी पार्टी नेता पर चल रहे दोनों मामलों में आरोप तय नहीं हो पाए। अदालत ने आज अगली तारीख दे दी। इस दौरान इरफान के भाई रिजवान ने मीडिया से बात की। रिजवान सोलंकी ने खुद को निर्दोष बताया। उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से न्याय की गुहार लगाई। हालांकि, इस दौरान सपा नेता इरफ़ान सोलंकी के तेवर तल्ख़ दिखे।
अब 6 मार्च को अगली सुनवाई
इरफ़ान सोलंकी कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट (Sisamau Assembly Seat) से सपा विधायक हैं। इरफान पर फर्जी आधार कार्ड और आगजनी के मामले में शनिवार को आरोप तय होने थे, मगर दोनों ही मामलों में ऐसा हो नहीं पाया। इरफान के साथ अन्य आरोपियों द्वारा डिस्चार्ज एप्लीकेशन दिए जाने के कारण अदालत ने अगली तारीख दे दी। इनमें से एक मामले में अदालत 6 मार्च को डिस्चार्ज एप्लीकेशन पर सुनवाई करेगा जबकि दूसरे मामले में 17 मार्च को सुनवाई होगी।