Kanpur Violence: जानें कौन हैं नूपुर, सुलग उठा जिनके बयान पर कानपुर
Nupur Sharma: उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में बीते दिन शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा (Kanpur Violence) भड़क गई। इस दौरान पत्थरबाजी और हिंसक झड़प में कई लोग घायल हुए हैं।
Kanpur Violence Latest News : शुक्रवार को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर में जुमे की नमाजे के बाद अचानक हिंसा (Violence in Kanpur) भड़क उठी। 4-5 घंटे तक चले इस उपद्रव के दौरान जमकर पत्थरबाजी हुई और कई लोग घायल हुए। कानपुर (Kanpur) की सड़कों पर बवाल कर रहे लोगों का कहना था कि वह नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के उस बयान से आहत हैं, जिसमें उन्होंने पैगंबर मोहम्मद साहब के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है।
हिंसा के बाद कानपुर में बड़े पैमाने पर फोर्स की तैनाती की गई है। वहीं योगी सरकार ने इस बवाल में शामिल उपद्रवियों से अपने स्टाइल में निपटने की बात कही है। इसका मतलब है उपद्रवियों की कुर्क संपत्ति पर बुलडोजर का चलना कानपुर में स्थिति अब नियंत्रण में है। तो चलिए उस नेता के बारे में जानते हैं, जिसके बयान का हवाला देकर कानपुर की सड़कों पर बड़ा बवाल खड़ा किया गया।
कौन हैं नूपुर शर्मा? (Who is Nupur Sharma)
नूपुर शर्मा को दिल्ली बीजेपी की तेजतर्रार और युवा नेत्री के तौर पर जाना जाता है। 23 अप्रैल 1985 को जन्मीं नूपुर ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के मथूरा रोड स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल से पूरी की। हिंदू कॉलेज से अर्थशास्त्र में उन्होंने स्नातक किया। साल 2010 में उन्होंने दिल्ली की लॉ-फ़ैकेल्टी से एलएलबी की डिग्री पूरी की है। नूपुर शर्मा ने लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से एलएलएम किया है। पेशे से वकील नूपुर एक राजनीतिक और व्यवसायी परिवार से ताल्लूक रखती हैं।
सियासी सफर
नूपुर शर्मा ने एबीवीपी के जरिए छात्र राजनीति में कदम रखा। वह दिल्ली विश्वविद्यालय संघ की अध्यक्ष रह चकी हैं। 2008 में ABVP की ओर से छात्र संघ चुनाव जीतने वाली नूपुर एकमात्र उम्मीदवार थीं। 2010 में नूपुर भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा में सक्रिय होती हैं। उन्हें मोर्चा में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया । फिर आता है साल 2015, ये वही समय जब नूपुर सबसे अधिक चर्चा में आईं थीं। बीजेपी ने उन्हें 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने खड़ा किया था। नूपुर फिलहाल भाजपा दिल्ली की प्रदेश कार्यकारणी की सदस्य हैं। वह अक्सर टेलीविजन चैनलों पर बीजेपी का पक्ष रखते हुए मिल जाती हैं।
नूपुर के बयान पर क्यों हो रहा बवाल?
27 मई को नूपुर शर्मा एक न्यूज टीवी चैनल के डिबेट में शामिल होने पहुंची। बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्थाओं का लगातार मजाक उड़ा रहे हैं। यदि यही है तो वह भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। इसके आगे उन्होंने कुछ इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया। इसके बाद से ही मुस्लिम पक्ष के एक तबके द्वारा उनपर पैगंबर साहब के बारे में विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया। नूपुर शर्मा इसे लेकर पाकिस्तान में भी काफी ट्रेंड हो चुकी हैं। नूपुर को अब तक कई धमकियां मिल चुकी हैं। उन्होंने अपने और परिवार के लिए पुलिस से सुरक्षा मांगी की है। बता दें कि नूपुर के खिलाफ महाराष्ट्र के ठाणे में एक मुस्लिम संगठन ने मामला भी दर्ज कराया है।