Kasganj News: धूमधाम से मनाया गया गुरु गोविंद सिंह जी का 357 वां प्रकाशोत्सव

Kasganj News: गुरु गोविंद सिंह जी का 357 वां प्रकाशोत्सव कासगंज नगर स्थित गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा पर बड़ी संख्या में सिख धर्म अनुयायियों मनाया गया।

Report :  Ajay Chauhan
Update: 2024-01-17 11:20 GMT

Kasganj News (Pic:Newstrack)

Kasganj News: यूपी के कासगंज जनपद में सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी का 357 वां प्रकाशोत्सव कासगंज नगर स्थित गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा पर बड़ी संख्या में सिख धर्म अनुयायियों मनाया गया। देश के इतिहास में गुरु गोविंद सिंह द्वारा दिया गया बलिदान हमेशा से याद किया जाता हैं, जिनमें उनके चारों पुत्रों का बलिदान चिरकाल तक याद किया जाएगा। मूलतःबिहार प्रांत के पटना में जन्मे गुरु गोबिंद सिंह एक योद्धा, कवि और दार्शनिक थे जिनके विचारों और शिक्षाओं का सिख समुदाय पूजा करता है।

इस दिन को भव्य समारोहों द्वारा चिह्नित किया जाता है, जिसमें दुनिया भर के सिख उनकी जयंती मनाने के लिए एक साथ आते हैं। गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को हुआ था। तभी से हर साल इस तिथि पर इनकी जयंती मनाई जाती है। इस दिन गुरुद्वारों में भव्य आयोजन के साथ विशाल लंगर लगाए जाते हैं।

भारी संख्या में मौजूद हुए लोग 

आपको बता दे गुरु गोविंद सिंह जी ने ही "वाहे गुरु की फतेह, वाहे गुरु का खालसा" का नारा दिया था। शौर्य, साहस, पराक्रम और वीरता के प्रतीक श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने सिखों को पंच ककार धारण करने का आदेश दिया था। ये पांच चीजें ये है। केश, कड़ा, कच्छा, कृपाण और कंघा। सिख धर्म में गुरु गोबिंद सिंह का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है।

गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने सिख धर्म के लिए कई नियम बनाए, जिसका पालन आज भी किया जाता है। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को गुरु के रूप में स्थापित किया किया। उन्होंने सामाजिक समानता का पुरजोर समर्थन किया। इस अवसर पर गुरुद्वारा समिति के देवेंद्र सिंह मनकू, हरजीत कौर, मनजीत कौर, सरबजीत कौर सहित अन्य लोग मौजूद रहें। 

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