UP BJP President: केशव मौर्य हो सकते हैं उत्तर प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष

UP BJP President: सांगठनिक क्षमता के मामले में केशव प्रसाद मौर्य पर आलाकमान को पूरा भरोसा है। और वह इस पर खरा भी उतर चुके हैं। कार्यकर्ताओं पर उनकी पकड़ बहुत अच्छी है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Update: 2022-08-17 08:11 GMT

Keshav Prasad Maurya likely to be new Uttar Pradesh BJP President (Image: Social Media)

UP BJP President: उप मुख्यमंत्री और नेता विधान परिषद केशव प्रसाद मौर्य के उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नये प्रदेश अध्यक्ष बनने के प्रबल आसार हैं। केशव मौर्य की दिल्ली में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात भी कुछ इस तरह के संकेत दे रही है। उल्लेखनीय है कि स्वतंत्र देव के इस्तीफे के बाद से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर कई नेताओं के नाम पर विचार विमर्श के बाद भी आलाकमान किसी नाम पर सहमत नहीं हो पाया है। पार्टी के विश्वस्त सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि पार्टी के अंदर केशव मौर्य के नाम पर भी विचार हो रहा है।

सांगठनिक क्षमता के मामले में केशव  पर आलाकमान को पूरा भरोसा

आपको बता दें कि सांगठनिक क्षमता के मामले में केशव प्रसाद मौर्य पर आलाकमान को पूरा भरोसा है। और वह इस पर खरा भी उतर चुके हैं। कार्यकर्ताओं पर उनकी पकड़ बहुत अच्छी है। दूसरे पिछड़ा वर्ग पर भी उनका अच्छा प्रभाव है।

स्वतंत्र देव सिंह ने जुलाई के अंत में भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 16 जुलाई को पूरा हुआ था। वह 2019 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए थे।

केशव प्रसाद मौर्य वर्तमान में उप मुख्यमंत्री और नेता विधान परिषद

केशव प्रसाद मौर्य वर्तमान में उप मुख्यमंत्री और नेता विधान परिषद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में वह फूलपुर लोकसभा सीट से तीन लाख से अधिक मतों से जीते थे। अप्रैल 2016 में उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया और उन्हीं के नेतृत्व में भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।

केशव प्रसाद को भाजपा में पिछड़े वर्ग के नेता के तौर पर जाना जाता है। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में केशव प्रसाद मौर्य समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार पल्लवी पटेल से 6 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए थे। लेकिन उनके महत्व को देखते हुए उन्हें उप मुख्यमंत्री पद पर बरकरार रखा गया। हाल ही में उनका कद बढ़ाते हुए उन्हें नेता विधान परिषद बनाया गया है।

वास्तव में भाजपा मिशन 2024 के लिए मोहरे सजाने के अभियान में लगी है और वह किसी प्रकार का रिस्क नहीं लेना चाहती। केशव प्रसाद उस पर खरे उतरते हैं। ये सब तो एक झलक है अभी कई और बड़े परिवर्तन भी किये जा सकते हैं।

भाजपा में केशव प्रसाद मौर्य पिछड़ा चेहरा 

उत्तर प्रदेश भाजपा में केशव प्रसाद मौर्य पिछड़ा चेहरा हैं। ऐसा लग रहा है कि 2017 के विधानसभा चुनावों में जिस तरह केशव प्रसाद मौर्य को चेहरा बनाकर भाजपा ने न सिर्फ पिछड़ों को जोड़ा था, बल्कि सरकार भी बनाई थी। उसी तरह से इस बार भी पार्टी केशव प्रसाद मौर्य भरोसा कर रही है। पार्टी चाहती है कि केशव प्रसाद मौर्य के जरिये पिछड़ों में एक बार फिर से वही विश्वास बने और इस वोट बैंक की मजबूती से 2024 का मिशन कामयाब हो सके।

यह सही है कि भाजपा को मजबूती के साथ खड़ा करने में हमेशा से पिछड़े, अति पिछड़े, दलित और अन्य समुदायों का बराबर योगदान रहा है। भाजपा भी लगातार इसका ध्यान रखती आई है। ऐसे में जबकि केशव प्रसाद मौर्या उनकी पार्टी में बड़े चेहरे हैं, पार्टी को अपेक्षा है कि वह इस बार भी अपना दायित्व उसी अंदाज में निभाएंगे जैसा 2017 में निभाया था। यह भी सही है कि केशव प्रसाद मौर्य में कार्यकर्ताओं को जोड़ने और कोई भी जिम्मेदारी निभाने की क्षमता है।

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