डॉयल 112 के सिपाही ने दिया इस्तीफा, वरिष्ठ अधिकारी पर लगाए बेहद गंभीर आरोप

डायल 112 में तैनात सिपाही राजकिशोर ने अपने प्रभारी निरीक्षक पर मानसिक व शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है। और पुलिस अधीक्षक को अपना इस्तीफा भेज दिया है। 

Update:2021-01-22 20:56 IST
अभी कुछ दिन से मेरी बेटी की तबियत ख़राब है पर प्रभारी निरीक्षक से मैंने तीन दिन की छुट्टी मांगी थी पर वो भी उन्होंने नहीं दी।

खीरी : पुलिस के अधिकारियों द्वारा अपने साथी कर्मियों के शोषण की ख़बरें अक्सर आती रहती है। कुछ अधिकारी ऐसे होते है जो अपने सहयोगी कर्मियों को परेशान करते हैं। शोषण और परेशान करने की ऐसी ही एक खबर खीरी जिले से है।यहां डायल 112 पुलिस शोषण को लेकर खबर आयी है। डायल 112 में तैनात सिपाही राजकिशोर ने अपने वरिष्ठ अधिकारी के दुर्व्यवहार के चलते इस्तीफा देने की बात कही है।

मानसिक व शारीरिक शोषण

मिले इस्तीफे की कॉपी के अनुसार डायल 112 में तैनात सिपाही राजकिशोर ने अपने प्रभारी निरीक्षक पर मानसिक व शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है। और पुलिस अधीक्षक को अपना इस्तीफा भेज दिया है।

 

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सिपाही ने लिखा

अपने इस्तीफे में सिपाही ने लिखा है कि प्रभारी निरीक्षक पीआरवी में ड्यूटी लगाने के नाम पर 5000 रूपये की मांग करते है व 10000 रूपये हर महीने कमा के देने का दबाव डालते है। अपने इस्तीफे में सिपाही ने आगे लिखा है कि जरुरत पड़ने पर प्रभारी निरीक्षक 112 छुट्टी भी नहीं देते है। अभी कुछ दिन से मेरी बेटी की तबियत ख़राब है पर प्रभारी निरीक्षक से मैंने तीन दिन की छुट्टी मांगी थी पर वो भी उन्होंने नहीं दी।

 

आईडी प्रूफ नहीं दिया

पिछले दस सालों से उत्तर प्रदेश पुलिस की सेवा में वो काम कर रहा है पर उसे आज तक आईडी प्रूफ नहीं दिया गया। अनुशासन के नाम पर वरिष्ठ अधिकारीयों द्वारा लगातार उसका शोषण किया जा रहा है। सिपाही के माता -पिता वृद्ध है उनकी सेवा करना मेरी जिम्मेदारी है। अतः आप से निवेदन है कि आप मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लें। सिपाही का इस्तीफा देना विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है। कोई भी सिपाही खुलकर बोलने को तैयार नहीं है पर दबी जुबान से शोषण की बात को माना है।

 

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सिपाही द्वार इस तरह से इस्तीफा देना और कारण जो बताया गया है। विभाग की कार्यप्रणाली और अधिकारियों की छवि पर सवाल खड़े कर रही है। जो किसी के लिए भी सही नहीं है। अब देखना है कि इस पर विभाग द्वारा क्या एक्शन लिया जाता है।

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