Kushinagar News: वाल्मिकी नगर व्याघ्र परियोजना जंगल मे संदिग्ध हालात मे मिला भालू का शव
Kushinagar News: कुशीनगर के सीमावर्ती बिहार प्रांत के वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के वनक्षेत्र के कक्ष संख्या टी-20 के बनकटवा जंगल में एक व्यस्क भालू का संदिग्ध परिस्थितयो में शव मिला है।
Kushinagar News: जनपद के सीमावर्ती बिहार प्रांत के वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के वनक्षेत्र के कक्ष संख्या टी-20 के बनकटवा जंगल मे एक व्यस्क भालू का संदिग्ध परिस्थितयो में शव मिलने से वन विभाग मे हड़कंप मच गया है। वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुच कर छान बीन कर रहे है।जंगली भालु का शव मिलने से वन विभाग पर तरह तरह की चर्चाएं चलना शुरू हो गई है।
ग्रामीणो की माने तो भालू के मौत के पीछे शिकारी
जंगल के निकट के गांव के ग्रामीणो के अनुसार भालू के मौत के पीछे शिकारियो का हाथ है। जबकि घटनास्थल पर पहुचे वन अधिकारियो की माने तो प्रथम दृश्यता बिमारी और उम्र अधिक होना लग रहा है। वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डाक्टर नेशामणी के ने बताया कि मंगलवार को गनौली वनक्षेत्र के बनकटवा जंगल मे एक भालु की शव मिलने की सूचना मिली है। इस सुचना को गंभीरता से लेते हुए वनकर्मियों की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच घटना की जांच पड़ताल की गई तथा शव को कब्जे मे लेकर गनौली वनक्षेत्र मे डाक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम कराई गई।
निदेशक ने बताया कि घटनास्थल से किसी प्रकार को कोई संदेहास्पद वस्तु व औजार की बरामदगी नहीं हुई है। भालु के शरीर पर कोई जख्म निशाना नहीं मिले हैं। जिससे प्रथमदृष्टया भालु की मौत अधिक उम्र व बीमारी के कारण होने की प्रतीत हो रही है। फिलहाल भालू के शव को पोस्टमार्टम कर विसरा को जांच के लिए देहरादून प्रयोगशाला भेजा जाएगा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भालु की मौत के कारणों का पता चलेगा।
जंगल में जानवर नही है सुरक्षित
वाल्मीकि ब्याध्र परियोजना के पश्चिम में उत्तर प्रदेश राज्य की कुशीनगर सीमा और पूर्व में बिहार राज्य की पश्चिमी चंपारण और उत्तर में नेपाल देश की सीमा टच करती है। आए दिन जानवर किसी ने किसी हादसे का शिकार होते हैं। रिहायशी इलाकों में निकल जाने के बाद भी जानवरों पर मुसीबत आती हैं।