Lakhimpur Kheri News: गोला गोकरननाथ सीट पर भाजपा की बड़ी जीत, अमन गिरी ने सपा के विनय तिवारी को 34000 वोटों से हराया
Lakhimpur Kheri By poll Result: अरविंद गिरी ने 2022 में विनय तिवारी को 29294 वोटों से हराया था
Lakhimpur Kheri By poll Result: यूपी के लखीमपुर खीरी गोला गोकरननाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अमन गिरी ने बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने सपा प्रत्याशी विनय तिवारी को 34298 वोटों के अंदर ही हराया है। मतों के अंतर में उन्होंने अपने पिता अरविंद गिरी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। अरविंद गिरी ने 2022 में विनय तिवारी को 29294 वोटों से हराया था।
जीत के बाद अमन गिरी ने अपने पिता अरविंद गिरी के सपनों को आगे बढ़ाने का वादा किया। वहीं हार के बाद विनय तिवारी ने चुनाव को सरकार की बेईमानी बताया। उन्होंने कहा कि उधर से पूरा सिस्टम और प्रशासन था, इधर से मैं अकेला।
आपको बताते चलें अमन गिरी को एक लाख 24 हजार वोट मिले। जबकि सपा के विनय तिवारी को 90, 512 वोट मिले है कुल 2,23,352 वोट काउंट किए गए हैं जबकि इसमें से 1771 वोट नोटा के पड़े हैं। अमन गिरी ने पहले ही राउंड से बढ़त बना ली थी पहले राउंड में उन्हें 3877 वोट मिले थे जबकि विनय तिवारी को 2231 वोट मिले थे। बढ़त का यही सिलसिला 32 वें राउंड यानि की आखिरी राउंड की काउंटिंग तक चलता रहा। एक बार भी अमन गिरी पीछे नहीं हुए। हर राउंड में सपा पर उनकी बढ़त बढ़ती चली गई।
भाजपा के लिए इस जीत के मायने
गोला गोकरननाथ विधानसभा सीट पर जीत के बड़े मायने हैं। पहले तो योगी 2 .0 सरकार में हुए उपचुनावों में यहां लगातार भाजपा की तीसरी जीत है। आगे मैनपुरी लोकसभा सीट पर जो कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई थी। रामपुर विधानसभा सीट जोकि आजम खां की विधानसभा सदस्यता रद्द होने के बाद खाली हुई। इन जगहों पर दोनों ही सीटों पर अगले महीने चुनाव होने हैं। ऐसे में गोला सीट पर जीत से कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है।
यूपी में कहा जाता है कि उपचुनाव सत्ता पक्ष का है होता है। इसके बावजूद भाजपा ने इस सीट पर कड़ी मशक्कत की। गोला सीट पर अरविंद गिरी की मौत के बाद सहानुभूति की लहर तो थी ही साथ ही भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में 29 स्टार प्रचारक भी प्रचार करने गोला पहुंचे। इसमें खुद सीएम योगी भी शामिल थे। जबकि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने गोला में प्रचार नहीं किया। सपा के बड़े नेता नेताओं में सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ही गोला में रहे। जिसका खामियाजा सपा को भुगतना पड़ा।
मुलायम सिंह के निधन के बाद पहला चुनाव हारे
गोला सीट अखिलेश यादव के लिए भी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती रही है। मुलायम के निधन के बाद यह पहला चुनाव था। जानकारों का मानना है कि पिता की मौत की वजह से अखिलेश यादव गोला सीट पर प्रचार में समय नहीं दे पाए, लेकिन यही उनकी रणनीति और उनके रणनीतिकारो की परीक्षा जरूरी थी।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भूपेन चौधरी पहला चुनाव जीते
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भूपेंद्र चौधरी का पहला चुनाव था। इस चुनाव के लिए उन्होंने पूरी मेहनत भी की थी। 27 अक्टूबर से ही भूपेंद्र चौधरी ने गोला गोकरननाथ में डेरा डाल लिया था। वह चुनाव से 1 दिन पहले तक वहां रहे। इस दौरान उन्होंने रैलियां कीं और कार्यकर्ताओं से मिलकर उनमें जोश भरा।
आपको बताते चलें अब भाजपा के सामने निकाय चुनाव है। साथ ही 2024 का लोकसभा चुनाव है। इन चुनावों के लिए राजनीतिक दल इस चुनाव को सेमीफाइनल मान कर चल रहा था। इस चुनाव को बड़े अंतर से जीतने के बाद वह आगे की लड़ाई में आगे हो गई है। जानकार मानते हैं कि इस चुनाव में अगर भाजपा की हार होती तो मनोवैज्ञानिक लाभ सपा को मिल सकता था। यही वजह रही कि भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों की पूरी फौज गोला उपचुनाव में उतार दी। जिसका फायदा मिला और अमन गिरी का रिकॉर्ड मार्जिन से जीते। आपको बताते चलें यह सीट अरविंद गिरी की मौत के बाद खाली हुई थी। सीट भाजपा की तरफ से अरविंद गिरी के बेटे अमन गिरी तो सपा की तरफ से विनय तिवारी को टिकट दिया गया था। आपको बताते चलें 2022 विधानसभा चुनाव में 65.02 फ़ीसदी मतदान हुआ था उप चुनाव में इस बार 9.34 प्रतिशत कम मतदान हुआ है।
2012 में हुआ था 64.50 प्रतिशत वोट। 2012 में गोला गोकरण नाथ विधानसभा सीट पर 64.50 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। 2012 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी। 2017 विधानसभा चुनाव में 68.40 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। उस समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी। 2022 में 65% वोटिंग हुई थी। 2022 में भाजपा सरकार दोबारा बनी थी।
आपको बताते चलें 2012 में सीट पर सपा के पास थी। परिसीमन के बाद गोला गोकरननाथ सीट अस्तित्व में आई। पहला चुनाव 2012 में हुआ था। तब विनय तिवारी को सपा ने प्रत्याशी बनाया जबकि अरविंद गिरी कांग्रेस से चुनाव लड़े थे। इस चुनाव में विनय तिवारी को 82.439 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के अरविंद गिरी को 60,871 वोट हासिल हुए थे। वहीं 2017 में अरविंद गिरी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। उन्होंने विनय तिवारी को हराया था। 2022 में भी अरविंद गिरी एक बार फिर विधायक बने थे।