Lakhimpur Kheri: आदिवासी थारू बाहुल्य इलाकों के लोगों से वर्चुअल रूप से रूबरू होंगे पीएम मोदी, सुनेंगे समस्याएं

Lakhimpur Kheri: अतिथि के रूप में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी भी मौजूद रहेंगे। दोपहर बाद 3ः30 बजे से पीएम मोदी थारू जनजाति के लोगों से बात करेंगे। पीएम मुख्य रूप से आदिवासियों में होने वाली बीमारी सिकल सेल एनीमिया के बारे में बात करेंगे।

Update: 2023-07-01 07:10 GMT
PM Modi (photo: social media )

Lakhimpur Kheri News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानि एक जुलाई को लखीमपुरखीरी के आदिवासी थारू बाहुल्य इलाकों के लोगों से वर्चुअल रूप से रूबरू होंगे। ये कार्यक्रम चंदन जोगी स्थित एकलव्य विद्यालय में होगा। जिसमें थारू बाहुल्य गांवों के लोग आएंगे। लखीमपुर खीरी जिले के दो ब्लॉकों में थारू जनजाति के लोग निवास करते हैं। इनमें 24 गांव पलिया ब्लॉक में और दो गांव निघासन ब्लॉक में हैं। इन ग्राम पंचायतों में स्कूल में टीवी व इंटरनेट की व्यवस्था की गई।

बता दें कि इंडो नेपाल सीमा स्थित चंदन चैकी बॉर्डर को रूरल क्षेत्र माना जाता है। इसमें थारू समुदाय के लोग निवास करते हैं। इन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पीएम ने ये पहल की है। बताते हैं कि पूरे देश के आदिवासी समाज के लोगों से प्रधानमंत्री वर्चुअल रूप से जुड़ेंगे।

दो ब्लाकों में बसे हैं-

खीरी के दो ब्लॉकों में थारू जनजाति के लोग बसे हैं। जिसमें कुल मिलाकर 41 मजरे हैं। यहां अतिथि के रूप में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी भी मौजूद रहेंगे। दोपहर बाद 3ः30 बजे से नरेंद्र मोदी थारू जनजाति के लोगों से बात करेंगे। प्रधानमंत्री मुख्य रूप से आदिवासियों में होने वाली बीमारी सिकल सेल एनीमिया के बारे में बात करेंगे।

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी भी चंदन चैकी में थारुओं के बीच मौजूद रहेंगे। टेनी चंदन चैकी में सीएचसी का उद्घाटन और आठ प्रसव केंद्रों का वर्चुअल लोकार्पण भी करेंगे। इसके साथ ही बजाही गांव में इंटरलॉकिंग रोड और सोलर स्ट्रीट लाइट का लोकार्पण करेंगे। चंदन चैकी में थारूओं को बीमारी के प्रति जागरूक करेंगे। 41 मजरे हैं। वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक, जिले में थारू आबादी करीब 53716 थी, जो अब बढ़कर अब 60000 से ज्यादा है। इन सभी गांवों में एकीकृत जनजाति विकास योजना के तहत विकास योजनाएं चलाकर थारू समाज को समाज की मुख्य धारा में लाने की कोशिश की जा रही है।

थारू जनजाति को शिक्षित करने पर बल-

शैक्षिक विकास के लिए थारू क्षेत्र के सोनहा चंदनचैकी में एकलव्य मॉडल स्कूल संचालित है। कक्षा छह से 12 तक के इस विद्यालय से शिक्षित बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छी सफलता हासिल कर रहे हैं। इसके अलावा तीन आश्रम पद्धति विद्यालय चंदनचैकी, बेला परसुआ और छाउछ में चल रहा है। थारू बालिकाओं के लिए पलिया में एक छात्रावास तैयार है, जिसमें 100 छात्राओं के रहने की व्यवस्था है। बालकों के लिए एक छात्रावास निघासन में निर्माणाधीन है। पुरैना में एक पुस्तकालय की स्थापना की गई है।

क्या है सिकल सेल एनीमिया-

पल्स पोलियो और कोरोना महामारी के बाद अब भारत सरकार सिकल सेल एनीमिया बीमारी को अभियान के रूप में ले रही है। सरकार का लक्ष्य है कि साल 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को भारत से खत्म कर दिया जाए। अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल (मध्य प्रदेश) से बीती 27 जन को कर चके हैं।

पीएम के संवाद से समुदाय के लोगों की जगी उम्मीद-

खीरी के थारू जनजाति के लोगों को अब विकास की उम्मीद जगी है। पीएम के संवाद से जनपद के 41 गांवों में निवास करने वाली 60 हजार से ज्यादा थारू आबादी को उम्मीदों पंख लग गए हैं। पलिया के चंदनचैकी में इसको लेकर कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है। खीरी के थारू समुदाय से भी पीएम संवाद कर सकते हैं, जिसको लेकर तैयारियां पूरी हैं।

जिले में थारू जनजाति की स्थिति-

ऽ थारू ग्राम पंचायत- 26

ऽ कुल मजरा गांव - 41

ऽ थारू आबादी करीब- 60000

ऽ एकलव्य मॉडल स्कूल - 01

ऽ आश्रम पद्धति विद्यालय - 03

ऽ पुस्तकालय- 01

ऽ छात्रावास - 01

ऽ निर्माणाधीन छात्रावास- 01

लखीमपुर खीरी जिले के दो ब्लॉकों में थारू जनजाति के लोग निवास करते हैं। इनमें 24 गांव पलिया ब्लॉक में और दो गांव निघासन ब्लॉक में हैं।

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