पांच ग्रामीणों पर तेंदुए ने बोला हमला, अब ग्रामीण कर रहे इंतजार
ककरहा रेंज के लालपुर चांदाझार बहेलियापुरवा गांव में शुक्रवार को तेंदुआ पहुंच गया। तेंदुए ने पांच ग्रामीणों पर हमला किया। नाराज ग्रामीणों ने तेंदुए को खदेड़ लिया।
बहराइच: ककरहा रेंज के लालपुर चांदाझार बहेलियापुरवा गांव में शुक्रवार को तेंदुआ पहुंच गया। तेंदुए ने पांच ग्रामीणों पर हमला किया। नाराज ग्रामीणों ने तेंदुए को खदेड़ लिया। सहमा तेंदुआ एक ग्रामीण के मकान में घुस गया। लोगों ने दरवाजा बंद कर दिया। सूचना के काफी देर बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे। इससे ग्रामीण नाराज हो गए।
सभी ने वनकर्मियों को अपशब्द कहे। ग्रामीण लाठी-डंडों से लैस होकर तेंदुए को मारने तक की बात कह रहे हैं। वनाधिकारी तेंदुए को पकड़ने के लिए घर के सामने जाल व पिंजड़ा लगाकर कांबिंग कर रहे हैं। मोतीपुर पुलिस भी मौके पर पहुंची है। लोगों को समझाने की कोशिश हो रही है।
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तेज गर्मी बढ़ने के साथ ही तेंदुओं की आमद आबादी की ओर काफी बढ़ गया है। दो दिन पूर्व ककरहा रेंज के गिरगिट्टी गांव में घुसे तेंदुए ने वन दरोगा समेत तीन लोगों पर हमला कर दिया था। ग्रामीण अभी इस घटना से उबरे भी नहीं थे कि शुक्रवार को जंगल से निकले तेंदुए ने ककरहा रेंज के लालपुर चांदाझार बहेलियापुरवा गांव में पहुंच गया। खेत में काम करने जा रहे ग्रामीण रामसिंगार (72) हमला कर दिया। रामसिंगार को बचाने दौड़े रामसिंह (35), अवधेश (30), अनिल (25) पुत्र वीरबहादुर पर भी तेंदुए ने हमला कर दिया।
इससे गांव में भगदड़ मच गई। लोग लाठी-डंडा लेकर बाहर निकल आए। इससे सहमा तेंदुआ गांव निवासी परशुराम कुशवाहा के घर में घुस गया। सभी ने कमरे में बंद कर दिया। वनकर्मियों को सूचना दी। सूचना के एक घंटे बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे। इससे ग्रामीण काफी नाराज हो गए। सभी ने तेंदुए को मारने तक की बात कह दी। वनकर्मियों को भी अपशब्द कहे।
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वनकर्मियों ने सभी को समझाते हुए तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल लगाया। ग्रामीणों के बवाल की सूचना पाकर प्रभारी निरीक्षक हेमंत कुमार गौड़ पुलिस बल के साथ गांव पहुंच गए हैं। पुलिस व वनकर्मियों ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। डीएफओ जीपी सिंह का कहना है कि सूचना मिलने के आधे घंटे बाद ही वनकर्मी गांव पहुंच गए। जंगली जीव पानी की तलाश में बाहर निकल रहे हैं। ग्रामीण अपनी सुरक्षा के साथ जीवों की सुरक्षा में सहयोग करें। डीएफओ ने बताया कि वन क्षेत्राधिकारी मोहम्मद इरफान, एसडीओ यशवंत सिंह, वन दरोगा रामकुमार मौर्या के साथ वह स्वयं तेंदुए को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
मानव वन्यजीव संघर्ष की बन रही स्थिति