Lucknow Building Collapse Live: याजदानी, तारिक, नवाजिश पर गैर इरादतन हत्या की कोशिश का केस, आस-पास के घर हो रहे खाली
Lucknow Building Collapse Live: 75 वर्षीय महिला बेगम हैदर कांग्रेस नेता जीशान हैदर की मां थीं। उन्हें इमारत के मलबे से रेस्क्यू कर सिविल अस्पताल लाया गया था।
Lucknow Building Collapse Live: लखनऊ के हजरतगंज इलाके में स्थित अलाया अपार्टमेंट हादसे में डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए जबकि दो लोगों की मौत हो गई। करीब 17 घंटे से रेस्क्यू जारी है। इमारत के मलबे में अभी भी कुछ लोगों के दबे होने की खबर है। घटना में 75 वर्षीय महिला बेगम हैदर कांग्रेस नेता जीशान हैदर की मां की मौत हो गई। उन्हें इमारत के मलबे से रेस्क्यू कर सिविल अस्पताल लाया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। सपा प्रवक्ता अब्बास की मां के बाद पत्नी उजमा हैदर को सिविल हॉस्पिटल में डॉक्टर ने घोषित किया मृत। मिली जानकारी के मुताबिक, उजमा मलबे में पिछले करीब 17-18 घंटे से दबी थी। उजमा का मासूम बच्चा अस्पताल में भर्ती है। कुलसुम तलहा की बेटी उजमा को कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से बाहर निकाला गया है। वह गंभीर रूप से जख्मी बताई जा रही थी। उनके सिर एवं पैर में बड़ी चोटें हैं। महिला को फौरन एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए 5 टीम लगाई गई है। पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश को गिरफ्तार कर लिया गया है। मलवे से अबतक 16 लोग निकाले गए। दो की मौत हो गई। अब मलवे में किसी जिंदा व्यक्ति के दबे होने की संभावना नहीं है। स्निफर डॉग्स ने कोई संकेत नहीं दिया। डिटेक्टर से भी किसी के जिंदा होने के सिग्नल नहीं मिल रहे। आरोपी बिल्डर शहज़ याजदान के ऊपर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है साथ ही जिस की जमीन है। नवाजिश शहीद मंजूर को मेरठ से गिरफ्तार करके न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। ndrf और sdrf की टीम द्वारा 14 लोगो को रिस्क्यू किया जा चुका है, जिसमे 2 महिलाओ की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हो चुकी है। 24 घंटे से अधिक समय बीत चुका है। रिस्क्यू ऑपरेशन का स्नीफर डॉग द्वारा ने पड़ताल मे किसी जीवित व्यक्ति के होने का सबूत नहीं पाया है। अब सेकेंड फेस का ऑपरेशन मालबे को हटाने का चलाया जा रहा है, जिसमे सभी रूम्स को बारीकी से सर्च किया जाएगा।
लखनऊ अलाया अपार्टमेंट घटनास्थल पर डीजीपी पहुँचे है। वहां एनडीआरएफ और पुलिस अधिकारियों से जानकारी ली। अभी भी डॉग स्क्वॉड की टीम लगातार सर्च कर रही है। अधिकारियों ने अभी किसी के दबे होने की स्थिति को साफ नहीं किया है।
बिल्डिंग का नक्शा पास कराने के लिए मो. तारिक और नवाजिश ने 27 अक्टूबर 2009 को आवेदन किया था। इस आवेदन में इन दोनों का पता 19 नादिर अली बिल्डिंग, दिल्ली रोड, मेरठ दर्ज है। नक्शा मानक के अनुसार न होने के चलते निरस्त कर दिया गया। बिल्डर ने इसका एरिया 361.31 वर्गमीटर जबकि टोटल कवर्ड एरिया 504.70 वर्गमीटर दिखाया था। लेकिन मानक को देखते हुए एलडीए ने 2009 में ही इस नक्शे को निरस्त कर दिया इसके बाद बिल्डर ने 24 मई 2010 को कंपाउंडिंग नक्शा एलडीए में दाखिल किया। लेकिन इसमे बिल्डर ने कुछ तथ्यों को छुपा लिया। पहले नक्शे में कुल कवर्ड एरिया 504.70 वर्गमीटर दिखाया था जिसे कंपाउंडिंग नक्शे में 456.48 वर्गमीटर कर दिया। लेकिन एलडीए ने कंपाउंडिंग नक्शा भी निरस्त कर दिया था। फिलहाल एलडीए अभी भी इससे जुड़े अन्य दस्तावेज ढूंढने में जुटा है l
Lucknow Building Collapse: अलाया अपार्टमेंट गिरने के मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है। नवाजिश शाहिद, मोहम्मद तारिक और फहद याजदानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। सपा के बड़े नेता शाहिद मंजूर का बेटा है नवाजिश शाहिद। हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की धारा 308, 323, 420, 120 बी और 7 सीएलए में एफआईआर दर्ज की गई है। दो मौत के बाद मामले में बढ़ेगी गैर इरादतन हत्या की धारा। हजरतगंज थाने के सीनियर सब इंस्पेक्टर दया शंकर द्विवेदी ने एफआईआर दर्ज करवाई है।
अपार्टमेंट के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप। बगैर मानचित्र पास कराए कराए गया था निर्माण। अधिक धन कमाने के लालच में किया गया लोगों के साथ धोखा। बिल्डिंग के भूमि तल पर करवाया जा रहा था निर्माण कार्य। मशीनों से ड्रिल करा कर चल रहा था निर्माण कार्य। कराए जा रहे निर्माण कार्य की धमक से हिल रही थी बिल्डिंग। आसपास के लोगों ने भी की थी आपत्ति। शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश शाहिद की बढ़ेंगी मुश्किलें,गिरफ्तारी तय।
Lucknow Building Collapse: एलडीए और नगर निगम की टीम पर मलबा हटाने की जिम्मेदारी है। रेस्क्यू खत्म होने के बाद मलबा हटाने का काम किया जाएगा। इस दौरान मलबा में कई सिलेंडर और बाकी ऐसे सामान दबे हैं, जिससे हादसा होने की संभावना है। इसको देखते हुए पास के बड़े अपार्टमेंट से भी लोगों को हटाया जाएगा। इस दौरान आस- पास के करीब 50 परिवार को हटाया जा सकता है। इसमें एक ही अपार्टमेंट में रहने वाले 20 से ज्यादा परिवार शामिल है।
हाइसे में अभी तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि अंदर कुछ लोग और दबे है। अब उनके बचने की संभावना भी बहुत कम है। बिल्डिंग में पांच मजिला मलबा दबा है। इसमें 20 से ज्यादा से परिवार से रहते थे।
Lucknow Building Collapse: एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी और नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि अभी आस- पास के अपार्टमेंट और बिल्डिंगं को खाली कराने के लिए अभियान तेज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आस- पास के भवनों की जांच कराई जा रही है। उनको अगर कोई नुकसान हुआ होगा तो एहतियात के तौर पर उसको खाली कराया जाएगा। इससे कि भविष्य में कोई हादसा न हो पाए।
Lucknow Building Collapse: अलाया अपार्टमेंट के आस- पास की बिल्डिंग खाली कराई जाएगी। इसको लेकर अभियान तेज की दिया गया है। एलडीए और नगर निगम इसको लेकर संयुक्त अभियान चलाएगा। बताया जा रहा है कि खाली कराने की पीछे दो बड़ी वजह है। इसमें एक वजह बिल्डिंग के गिरने से दो भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे में उसको खाली कराने के बाद उसकी जांच होगी। जब पूरी तरह से वह मानक पर आ जाएगा तभी उसमें लोगों के रहने की अनुमति मिलेगी।
Lucknow Building Collapse: समाज वादी पार्टी प्रवक्ता अब्बास हैदर की पत्नी उजमा तलहा के शव को प्रसाशन ने परिजनों को सौंप दिया है।
Lucknow Building Collapse: अस्पताल में मृतकों का शव ले जाने पर पुलिस और परिजनों के बीच झड़प हो गई थी, लेकिन पुलिस ने झड़प के बाद परिजनों को शव सौंप दिए है।
Lucknow Building Collapse: अलाया अपार्टमेंट गिरने के मामले में दोनों मृतक सास-बहू।