लखनऊः राजधानी का कलेक्ट्रेट सूबे का पहला ऐसा कलेक्ट्रेट बन गया है, जो पूरी तरह सौर ऊर्जा से जगमगाएगा। इससे हर साल लाखों रुपए की बचत होगी। साथ ही बची हुई बिजली ग्रिड को बेची भी जाएगी। इसके बाद अब किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) भी सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने वाला है। यहां जल्दी ही ये योजना परवान चढ़ने वाली है। यहां 400 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाया जा रहा है।
बचेगा पैसा, बिजली बेची भी जाएगी
-लखनऊ के डीएम राजशेखर ने बताया कि सौर ऊर्जा से हर साल करीब 14 लाख रुपए की बचत होगी।
-135 किलोवाट वाले सोलर प्लांट से हर रोज 525 यूनिट बिजली बनेगी।
-यहां हर महीने बनने वाली 15 हजार 750 यूनिट में से बची बिजली ग्रिड में दी जाएगी।
-ग्रिड में दी गई बिजली कलेक्ट्रेट के बिजली बिल में क्रेडिट हो जाएगी।
मंत्री ने क्या कहा?
-कलेक्ट्रेट सोलर प्लांट का उद्घाटन प्रभारी मंत्री शिव प्रताप यादव ने किया।
-उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के बिना विकास संभव नहीं है।
-यूपी में बीते 4 साल में सौर ऊर्जा का उत्पादन 12 मेगावाट से बढ़कर 90 मेगावाट हो गया है।
-जल्दी ही यूपी में सौर ऊर्जा का उत्पादन बढ़कर 180 मेगावाट हो जाएगा।
फोटोः प्रभारी मंत्री को सोलर प्लांट की जानकारी देते अतिरिक्त ऊर्जा विभाग के सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा