राज्यमंत्री हनुमान स्वरूप मिश्रा का निधन, भाजपा के कद्दावर नेताओं में थे शुमार
यूपी सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हनुमान स्वरूप मिश्रा का निधन हो गया है। वे लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती थे।
लखनऊ: यूपी में कोरोना इस कदर कहर बरपा रहा है कि काबू में करना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। प्रदेश से हर रोज करीब हजारों मामले सामने आ रहे हैं। लगातार हो रही मौतों से लाशों को दफनाने तक की जगह नहीं मिल रही है। ऐसे में राजधानी लखनऊ से ताजा खबर मिली है कि यूपी सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हनुमान स्वरूप मिश्रा का निधन हो गया है। वे लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती थे। कई दिनों से उनका इलाज चल रहा था।
ऐसे में मिली जानकारी के मुताबिक, हनुमान मिश्रा भाजपा(BJP) के कद्दावर नेता माने जाते थे। वे भाजपा नेता श्याम बिहारी मिश्रा के भतीजे थे। उनका लखनऊ के पीजीआई में काफी दिन से इलाज चल रहा था। आज ही अंतिम संस्कार होगा। आपको बता दें हनुमान मिश्रा लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। जिसके चलते आज सुबह उन्होंने एसजीपीजीआई में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली।
परिजनों का ये कहना है
आपको बता दें बीते साल दिसंबर में ही हनुमान स्वरूप मिश्रा प्रदेश कोऑपरेटिव यूनियन की प्रबंध समिति के चुनाव में सभापति चुने गए थे। वहीं इस चुनाव के साथ शीर्ष सहकारी संस्थाओं में से एक और पर सपा का कब्जा समाप्त हो गया था। जिसके चलते प्रबंध समिति के सभापति हनुमान स्वरूप मिश्रा कानपुर मंडल से संचालक चुनकर आए थे।
हनुमान स्वरूप मिश्रा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी। वह कई सालों से लगतार भाजपा संगठन के साथ जुड़े रहे और सेवाएं दे रहे थे। 55 वर्षीय हनुमान मिश्रा का आवास आचार्य नगर में है। निधन के बाद आवास पर समर्थक जुटने शुरू हो गए हैं। फिलहाल शव का इंतजार हो रहा है।
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, बीते दिनों बुखार आने के बाद उनकी कोरोना की जांच कराई गई थी। इस बारे में परिजनों का कहना है कि उन्हें कोरोना के लक्षण थे, जिसके बाद उन्हें लखनऊ शिफ्ट कराया गया। यहां उनकी मौत हो गई।