Lucknow News: सिटी मॉल के सम्मेलन में उद्यमियों ने 'आत्मनिर्भर भारत' को आगे बढ़ाने का लिया संकल्प

Lucknow News Today: सिटी मॉल ने अपने कम्युनिटी लीडर्स के लिए "आत्मनिर्भर भारत" बैठक का आयोजन किया, जिसमें आत्मनिर्भरता और राष्ट्र निर्माण में एक अहम भूमिका निभाने का संकल्प लिया गया।

Update: 2022-07-17 17:48 GMT

उद्यमियों ने 'आत्मनिर्भर भारत' को आगे बढ़ाने का लिया संकल्प। 

Lucknow News Today: भारत की महत्वाकांक्षाओं को सशक्त बनाने के प्रयास में, सिटी मॉल (City Mall) ने अपने कम्युनिटी लीडर्स के लिए "आत्मनिर्भर भारत" बैठक का आयोजन किया, जिसमें आत्मनिर्भरता और राष्ट्र निर्माण में एक अहम भूमिका निभाने का संकल्प लिया गया। सिटी मॉल कम्युनिटी लीडर्स (City Mall Community Leaders) ने अपने उपभोक्ताओं के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार करते हुए खुद के लिए व्यावसायिक अवसर पैदा किए हैं। वे गैर-मेट्रो शहरों में वस्तुओं और सेवाओं को उपभोक्ताओं तक बेहतर रूप से प्रदान करने में सहायक रहे हैं।

लखनऊ में एक स्टेशनरी की दुकान के मालिक मुकेश, जिन्होंने COVID-19 के कारण अपनी नौकरी खो दी, मुमताज जिन्होंने अपने परिवार की देखभाल के लिए अपनी बैंक की नौकरी से इस्तीफा दे दिया, रतेंद्र, जिन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के कारण अपनी आजीविका खो दी और लखनऊ के सैकड़ों अन्य कम्युनिटी लीडर्स ने घर से अपना व्यवसाय स्थापित किये हैं और अपने परिवार का समर्थन करने में सक्षम हैं। इन उद्यमियों को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यूपी सरकार (UP Government) में राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा (Minister of State Satish Chandra Sharma) और सुनीति सचान ने अभिवादन किया।

गरीबी और मेट्रो शहरों में प्रवासन का मुद्दा हमारे देश के लिए एक चुनौती: मंत्री

सिटीमॉल की 'सशक्त भारत' की पहल पर मंत्री सतीश चंद्र शर्मा (Minister of State Satish Chandra Sharma) ने कहा, गरीबी और मेट्रो शहरों में प्रवासन का मुद्दा हमारे देश के लिए एक चुनौती है और समाधान हमारे प्रधानमंत्री की दृष्टि में निहित है। मुझे ये देखकर हर्ष है कि यह पहल टियर -2 और 3 शहरों में लोगों के लिए अपने परिवार के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के अवसर पैदा कर रही है और भारत के सपने - मजबूत, सुरक्षित, समृद्ध और अजेय - एक आत्मनिर्भर भारत में योगदान दे रही है।

दिसंबर 2019 में हुई थी सिटी मॉल की शुरुआत

सिटी मॉल की शुरुआत दिसंबर 2019 में हुई थी और आज या देश में तेजी से आगे बढ़ रहा है. वर्तमान में 25 शहरों में महिलाओं, विशेष रूप से विकलांग और सेवानिवृत्त व्यक्तियों सहित 25,000 सूक्ष्म-उद्यमियों की सहायता कर रहा है, जो 25 शहरों में 10-15 हजार मासिक कमाते हैं और उनकी पहल 'नए भारत के नए उद्यमियों' के तहत, अगले 12 महीने में उन्होंने 1 लाख उद्यमियों को सहायता प्रदान करने की योजना बनाई है।

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