Lucknow Nagar Nigam Ward No.13: साआदतपुर वार्ड के पार्षद मोनू कन्नौजिया, पार्षदों को नगर निगम से नहीं मिल रहे हैं संसाधन
Lucknow Nagar Nigam Ward No.13 Saadatpur Parshad: पार्षद पद से तो मैं बिल्कुल संतुष्ट हूं । लेकिन यह भी चाहत है कि विधायक बनकर विधानसभा भी जाऊं
Lucknow Nagar Nigam Ward No.13 Saadatpur Parshad: शहरों में क्षेत्रीय स्तर पर योजनाओं को लागू करने के लिए, स्वच्छता बनाए रखने के लिए और तमाम योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पार्षदों की अहम भूमिका होती है। इन 5 सालों में पार्षदों द्वारा अपने क्षेत्र में क्या कार्य किया गया? स्वच्छता के लिए क्या क्या कदम उठाए गए? उनका राजनीतिक अनुभव कैसा रहा? और आगे की क्या योजना है? जैसे तमाम विषयों पर बात करने के लिए Newstrack की टीम साआदतपुर वार्ड में गई जहां के पार्षद से हमारे रिपोर्टर के बीच हुई बातचीत के कुछ अंश-
प्रश्न- आपके मन में राजनीति में आने का पहला विचार कब और किन परिस्थितियों में आया?
उत्तर- लोगों की समस्याओं को देखते हुए सरकार द्वारा चलाई जा रही तमाम कल्याणकारी योजनाओं को सुचारू रूप से मुहैया कराने के लिए राजनीति की तरफ प्रेरित हुआ। इसी प्रकार मेरा राजनीति में आना हुआ।
प्रश्न- राजनीति में आने के बाद प्रारंभिक कठिनाइयां क्या-क्या रहीं?
उत्तर- यही कह सकता हूं कि विपक्ष में पार्षद बना लिहाज़ा नगर निगम में लड़ाई लड़नी पड़ी। काम करवाने के लिए अधिकारियों से लड़ना पड़ा। गरीब पेंशन योजना, विधवा पेंशन योजना, वृद्ध पेंशन योजना जैसे तमाम योजनाओं को लोगों को कैसे जोड़ा जाए जैसे तमाम कार्यों को करने का प्रयास किया तो उसमें संघर्ष तो करना ही पड़ा । लेकिन सफलता भी मिली। लगभग 5 साल होने वालें हैं, कोई खास दिक्कत तो नहीं आई। जो आई उनसे लड़ा। आगे भी गरीबों के हितों के लिए लड़ता रहूंगा।
प्रश्न- आपके राजनीतिक प्रेरणा स्रोत कौन हैं?
उत्तर- हमारे राजनीतिक प्रेरणा स्रोत हमारे बड़े भैया सोनू कनौजिया हैं। जो आज भी हमें मार्गदर्शन देते रहते हैं।
प्रश्न- जिस कार्य को सोचकर आप राजनीति में आए थे क्या वह कार्य कर पा रहे हैं?
उत्तर- जी बिल्कुल कर पा रहा हूं। क्षेत्र के विकास के लिए राजनीति में आया था। पहले क्षेत्र में सडक नहीं थी। जल निकासी के लिए नाली नहीं थी । लाइट की व्यवस्था नहीं थी । क्षेत्र में एक तालाब है जो कई सालों से ऐसे ही गंदा पड़ा हुआ था और श्मशान घाट जर्जर पड़ा हुआ था । इन सब का सौंदर्यीकरण कराने में कामयाब रहा। तालाब के सौंदर्यीकरण का भी कार्य शुरू हो गया था । लेकिन बारिश की वजह से बाधित है । बारिश खत्म होते ही इसका भी कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
प्रश्न- नगर निकाय चुनाव के लगभग 5 साल पूरे हो गए हैं । इन 5 साल में आपने अपने वार्ड में कौन से प्रमुख कार्य किए हैं?
उत्तर- वार्ड में रोड और नाली की समस्या थी जिसका समाधान मैंने किया। जितना 5 साल में हमसे हो सका, उतना कार्य किया। पानी की समस्या दूर करने के लिए कई पानी की टंकियां लगवाई। साफ सफाई की व्यवस्था बहुत खराब थी उसको भी मैंने काफी हद तक ठीक करा दिया है।
प्रश्न- आपने अपने वार्ड में स्वच्छता के लिए क्या कदम उठाए?
उत्तर- स्वच्छता के लिए मैं समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाता हूं। वर्तमान में सफाई कर्मचारियों की बहुत कमी है इसलिए जहां पर अधिक गंदगी होती है अभियान चलाकर हम लोग मिलकर वहां पर सफाई करते हैं। नगर निगम से जो संसाधन मिलने चाहिए वह नहीं मिल पा रहे हैं पार्षदों को। इसको चाहे जिसकी कमी कह सकते हो।
प्रश्न- एक जनप्रतिनिधि के रूप में जनता के साथ तालमेल बेहद जरूरी है इसके लिए आप क्या करते हैं?
उत्तर- जनता के लिए मेरा मोबाइल 24 घंटे खुला रहता है। अधिकतर क्षेत्रवासियों के पास मेरा नंबर उपलब्ध है।क्षेत्र वासियों के बीच में बना रहता हूं। जिससे उन्हें यह न लगे कि जीतने के बाद गायब हो गया। व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाकर जुड़ा हूं उनसे संवाद करता हूं। जिसके पास नंबर नहीं होता है लोगों के माध्यम से उनके पास भी अपना नंबर पहुंचाता रहता हूं। फेसबुक के माध्यम से जोड़ता हूं। हर कार्य के लिए मैं जनता के साथ हमेशा खड़ा रहता हूं और जनता हमारे साथ खड़ी है।
प्रश्न- पार्षद पद से संतुष्ट हैं या किसी अन्य पद के लिए भी इच्छुक हैं?
उत्तर- पार्षद पद से तो मैं बिल्कुल संतुष्ट हूं । लेकिन यह भी चाहत है कि विधायक बनकर विधानसभा भी जाऊं। अभी नगर निगम में हूं जितना सेवा कर पा रहा हूं विधानसभा में जाने के बाद उससे ज्यादा कर पाऊंगा । संसद में जाने के बाद उससे भी ज्यादा कर पाऊंगा। अधिक से अधिक लोगों की सेवा कर पाऊं यही तमन्ना है मेरी।
प्रश्न- क्या विपक्ष में होने के नाते कुछ विशेष कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है?
उत्तर- पार्षद तो नगर निगम में एक समान ही होते हैं। सभी को समान निधियां मिलती हैं। महापौर जी के द्वारा किसी भी पार्षद के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है। यह तो पार्षद की क्वालिटी पर निर्भर करता है कि वह अपने लोगों के लिए कितना लड़ भीड़ कर अपना काम निकलवा ले।
प्रश्न- वर्तमान राजनीति से आप कितना संतुष्ट है?
उत्तर- संतुष्ट तो बहुत हूं । लेकिन जितना चाहता हूं उतना नहीं मिल पाता है लेकिन जो भी है उसी में काम चला रहा हूं।
प्रश्न- अगर आप को मौका मिले तो वर्तमान राजनीति में आप क्या बदलाव करना चाहेंगे?
उत्तर- जो आज तक करता आया हूं समाज की सेवा उसे ही और बेहतर करने का प्रयास करूंगा। पहले जानकारियां कम थीं, अब जानकारियां ज्यादा है। अपने वार्ड को और बेहतर करना चाहूंगा। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करूंगा।
प्रश्न- वितरण प्रणाली को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आप अपने वार्ड में क्या करते हैं?
उत्तर- जो कार्य करने होते हैं वह कैसे भी कार्य किए जा सकते हैं। जो कार्य करने ही नहीं होते हैं उनके लिए अनेक बहाने होते हैं। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को हम जनता के बीच लाते हैं। उनको उस चीज की जानकारी देते हैं। जहां तक मेरे सहयोग की बात होती है, मैं पूरा अपना सहयोग उन्हें देता हूं।
प्रश्न- अभी कौन सा कार्य करने की इच्छा बची हुई है?
उत्तर- वार्ड में पानी की समस्या के लिए एक ट्यूबल स्थापित करने को सोचा हूं। अगर मौका मिलता है तो यह कार्य प्राथमिक तौर पर करूंगा।