Lucknow: कोटा में पढ़ने वाले बच्चों को बनाते थे नशे का शिकार, 3 तस्करों को UP STF ने दबोचा...1 Cr. मूल्य की चरस जब्त
Lucknow News: राजस्थान के कोटा में कोचिंग में पढ़ने वाले बच्चों को चरस बेचने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। उनके पास 20 किलोग्राम चरस बरामद हुआ है।
Lucknow News: यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स (UP STF) ने नशा का कारोबार करने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ को सख्ती से पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि, वो राजस्थान के कोटा में कोचिंग में पढ़ने वाले बच्चों को कथित रूप से नशीले पदार्थ बेचने वाले अंतरराष्ट्रीय तस्कर गिरोह से जुड़े हैं। तीनों सदस्यों को गुरुवार (27 अप्रैल) को लखनऊ के कृष्णा नगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से एक करोड़ रुपए मूल्य की चरस बरामद हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एसटीएफ ने बताया है कि पकड़े गए तस्करों ने स्वीकार किया है कि वे चरस को नेपाल के रास्ते लाकर राजस्थान के कोटा में अपने साथियों तक पहुंचाते थे। उन नशीले पदार्थों को वे लोग वहां कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बेचते थे। दरअसल, यूपी एसटीएफ के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि कुछ लोग नेपाल से तस्करी कर भारी मात्रा में चरस ला रहे हैं। उसे लखनऊ के कृष्णा नगर इलाके में रखा गया है। जिसे राजस्थान से आए तस्करों के सुपुर्द किया जाने वाला था।
कार से 20 किलो चरस बरामद
अधिकारियों ने बताया कि, सूचना के आधार पर STF की टीम ने कृष्णा नगर में लखनऊ-कानपुर मुख्य मार्ग (Lucknow-Kanpur Main Road) पर थाने के पास खड़ी एक कार की घेराबंदी की। ATS ने 3 तस्करों को दबोच लिया। जब कार की तलाशी ली गई तो 20 किलोग्राम चरस बरामद हुई। उनके अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपए बतायी जा रही है।
तीनों आरोपी कहां-कहां के?
एटीएस ने बताया कि पकड़े गए तस्करों की पहचान शाहजहांपुर निवासी आफताब खान, हरदोई निवासी सलमान खान और राजस्थान के कोटा निवासी अनिल कुमार शुक्ला के रूप में हुई है।
तीनों आरोपी कहां-कहां के?
एटीएस ने बताया कि पकड़े गए तस्करों की पहचान शाहजहांपुर निवासी आफताब खान, हरदोई निवासी सलमान खान और राजस्थान के कोटा निवासी अनिल कुमार शुक्ला के रूप में हुई है। आफताब और सलमान ने पूछताछ में बताया कि, वो बीते दो वर्षों से नेपाल से तस्करी कर चरस ला रहा था। जिसे शुक्ला को सुपुर्द किया जाता था। उन्होंने ये भी बताया कि अनिल शुक्ला राजस्थान के कोटा में रहता है। वह चरस को वहां कोचिंग में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को फुटकर में बेचता था। उनके अनुसार, चरस की बिक्री के बाद शुक्ला UPI के जरिये आफताब और सलमान के बैंक खाते में पैसे भेजता था।