AAP सांसद संजय सिंह को पुलिस ने रोका, मारे गए पूर्व विधायक के घर पहुंचे थे

इससे पहले संजय सिंह पूर्व विधायक निवेंद्र मिश्रा के परिजनों से मुलाकात कर उन्हे सांत्वना देते हुए कहा कि जुल्म के खिलाफ हम लड़ते रहेंगे।

Update:2020-09-07 13:51 IST

लखनऊ: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह को सीतापुर में अटरिया में रोक कर गेस्ट हाउस में रखा गया। हालांकि दो घंटे बाद उन्हे छोड़ दिया गया और वह लखनऊ वापस आ गये। संजय सिंह ने स्वयं टवी्ट कर इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि एएसपी एनपी सिंह ने कई पुलिस अधिकारियों के साथ उन्हें अटरिया सीतापुर के गेस्ट हाउस में अवैध तरीके से रोके रखा। उन्होंने लिखा है कि योगी सरकार उनके साथ किसी भी घटना को अंजाम दे सकती है, चिंता मत कीजियेगा, इन बेइमानों के खिलाफ जंग जारी रखूंगा।

लखीमपुर से वापस आ रहे संजय सिंह को पुलिस ने रोका

प्राप्त जानकारी के मुताबिक आप सांसद संजय सिंह रविवार को लखीमपुर के पूर्व विधायक निवेंद्र मिश्रा की हत्या के बाद परिजनों से शोक व्यक्त कर जब लखीमपुर खीरी से लखनऊ लौट रहे थे तो उन्हे सीतापुर में रोका गया। जिसके बाद उन्हें गेस्ट हाउस ले जाया गया। संजय सिंह ने सीओ की गिरफ्तारी, मामलें की उच्चस्तरीय जांच और परिजनों को 01 करोड़ रुपए का मुआवजा दिए जाने की मांग की है।

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इससे पहले संजय सिंह पूर्व विधायक निवेंद्र मिश्रा के परिजनों से मुलाकात कर उन्हे सांत्वना देते हुए कहा कि जुल्म के खिलाफ हम लड़ते रहेंगे। संजय सिंह ने कहा कि योगी के जंगलराज ने एक ईमानदार नेता निर्वेन्द्र मिश्रा की जान ले ली, उनके बेटे रो-रो कर पुलिस की ज्यादती बयान कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक के बेटे संजीव ने बताया कि उनके पिता ने जीवन भर ईमानदारी से जनता की सेवा की। छोटे भाई का पहले ही देहांत हो चुका है और आज कायरों ने एकजुट होकर मेरे शेर पिता की जान ले ली।

संजय सिंह ने सीओ पर लगाया मिलीभगत का आरोप

आप सांसद संजय सिंह को सीतापुर में पुलिस ने रोका (फोटो. ट्वीटर)

संजय ने आरोप लगाया कि सीओ की मिलीभगत से पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया। संजय ने कहा कि वह अपने पिता को लेकर इलाज के लिए पलिया गए थे और उनके लौटने से पहले ही उनके पिता के हत्यारों को गांव वालों ने पकड़ लिया। लेकिन सीओ ने मेरे घर पहुंच कर मेरी मां को और पत्नी को मारा तथा उन पकड़े गए लोगों को लेकर चले गए।

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बता दें कि बीते रविवार को लखीमपुर के त्रिकोलिया में हथियार से लैस दबंगों ने जमीन पर कब्जे के विवाद में तीन बार विधायक रहे निवेंद्र मिश्र मुन्ना की पीटकर निर्मम हत्या कर दी। उनके पुत्र संजीव को भी गंभीर चोटें आईं उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जमीन पर कब्जा रोकने पहुंचे पूर्व विधायक से हुई मारपीट के दौरान पुलिस के भी मौजूद रहने की बात सामने आयी है। निवेंद्र मिश्र दो बार निर्दलीय तथा एक बार सपा से विधायक रह चुके है।

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