संजीव यादव अपहरण हत्या मामला, अखिलेश यादव से मिले परिजन

संजीत यादव के परिजनों का आरोप है कि उन्होंने घर बेचकर 3000000 रूपए का इंतजाम किया था और पुलिस ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि पैसे देने पर अपहरणकर्ता संजीत को छोड़ देंगे।

Update: 2020-08-28 09:59 GMT
संजीव यादव अपहरण हत्या मामला, अखिलेश यादव से मिले परिजन

लखनऊ: पुलिस की मौजूदगी में अपहरणकर्ताओं को 30 लाख रुपए देने के बावजूद लैब टेक्नीशियन संजीत यादव को बचा पाने में नाकाम पीड़ित परिवार के सदस्य शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिले। अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को ₹200000 की नकद मदद की है।

सपा पार्टी ₹500000 की सहायता कर चुकी है

इससे पहले भी उन्होंने पार्टी की ओर से ₹500000 की सहायता दिलाई थी। संजीत यादव के परिजनों का आरोप है कि उन्होंने घर बेचकर 3000000 रूपए का इंतजाम किया था और पुलिस ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि पैसे देने पर अपहरणकर्ता संजीत को छोड़ देंगे।

22 जून को संजीव यादव का अपहरण हुआ था

समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शुक्रवार को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की बहन और परिवार के अन्य सदस्यों ने अखिलेश यादव से मुलाकात की। पीड़ित परिवार ने उन्हें बताया कि किस तरह 22 जून को संजीव यादव का अपहरण हुआ और 29 जून को उनके पास 30 लाख की फिरौती के लिए फोन आया।

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परिवार ने मकान बेचकर ₹300000 का इंतजाम किया

कानपुर पुलिस ने उन लोगों से कहा कि वह फिरौती की रकम देने का इंतजाम कर लें। फिरौती देने के समय वह लोग बदमाशों को पकड़ लेंगे। पुलिस के भरोसा दिलाने पर उन लोगों ने अपना मकान बेचकर ₹300000 का इंतजाम किया और पुलिस की मौजूदगी में फ्लाईओवर से बदमाशों के बताए स्थान पर पैसा फेंका गया लेकिन बदमाश पैसा लेकर चले गए और उनके भाई को पुलिस नहीं बचा पाई।

संजीत की हत्या कर शव को पांडू नदी में फेंका

21 जुलाई को पुलिस ने संजीत के दो दोस्तों को पकड़ा उन्होंने पुलिस को पूछताछ में संजीत की हत्या कर शव को पांडू नदी में फेंकने की जानकारी दी। परिवारी जनों ने बताया कि पुलिस उन्हें गुमराह करती रही और उनका भाई भी गया और मकान भी हाथ से निकल गया।

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पैसा दिलाने के बावजूद पुलिस नहीं बचा पायी संजीत को

पीड़ित परिजनों ने यह भी बताया कि पूरा मामला मीडिया में उजागर होने के बाद भी प्रदेश की योगी सरकार ने पीड़ित परिवार की मदद करने की कोशिश की। पुलिस अधिकारी लगातार गुमराह करते रहे। 30 लाख रुपया बदमाशों को दिलाने के बावजूद पुलिस के लोग उन पर बयान बदलने का दबाव डालते रहे। पूरे मामले में योगी सरकार ने पुलिस अधिकारियों पर कोई कार्रवाई भी नहीं की। पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे।

रिपोर्ट-अखिलेश तिवारी

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