Chandrashekhar Azad: 869 लापता, बिछड़े लोगों की कौन करेगा तलाश? सांसद चंद्रशेखर ने बताया महाकुंभ का काला सच
Chandrashekhar Azad: सांसद चंद्रशेखर आजाद ने यह भी लिखा कि महाकुंभ के खत्म होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने खोया-पाया केंद्र बंद कर दिया और अपनी पीठ थपथपाते हुए आगे बढ़ गई।;
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Chandrashekhar Azad News: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने महाकुंभ में लापता लोगों की व्यथा को लेकर योगी सरकार का घेराव किया है। उन्होंने यूपी सरकार पर महाकुंभ के आयोजन में कुप्रबंधन, अव्यवस्था और बदइंतजामी का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि महाकुंभ में 869 लापता हैं। जिनका अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। लेकिन सरकार अपनी पीठ थपथपाने और अधिकारियों की सड़कछाप भाषा पर शाबाशी देने में व्यस्त है।
सांसद चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर महाकुंभ को लेकर एक पोस्ट शेयर किया। उन्होंने लिखा कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक आज भी 869 लोग लापता हैं। ये सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि कई जिंदगियों के अस्तित्व का सवाल है। कहीं कोई गुमशुदगी के पोस्टर बांट रहा है, तो कहीं इनामी घोषणाएं लगाई जा रही हैं। कई परिवार दिन-रात आंसू बहाते हुए अपने परिजनों की तलाश में भटक रहे हैं।
सीएम योगी सरकार ने बंद कर दिया खोया-पाया केंद्र
सांसद चंद्रशेखर आजाद ने यह भी लिखा कि महाकुंभ के खत्म होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने खोया-पाया केंद्र बंद कर दिया और अपनी पीठ थपथपाते हुए आगे बढ़ गई। लेकिन जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया, उनकी पीड़ा अनसुनी रह गई। बिछड़े हुए लोगों की तलाश कौन करेगा?
सांसद ने आरोप लगाते हुए लिखा कि सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने में व्यस्त है। कुप्रबंधन, अव्यवस्था और बदइंतजामी के कारण सैकड़ों लोग अपने परिवारों से बिछड़ गए, लेकिन सच को स्वीकार करने के बजाय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ माफियाओं की “सक्सेस स्टोरी“ सुनाने में लगे हैं। जब अधिकारियों की सड़कछाप भाषा को शाबाशी देने का समय है, तब इन परिवारों की व्यथा सुनने वाला कोई नहीं। मुख्यमंत्री, अब तो इस त्रासदी पर संज्ञान लीजिए और दुनिया को महाकुंभ का काला सच बता दीजिए।