Lucknow Crime: बलरामपुर अस्पताल में लिफ्टमैन ने लगाई फांसी, गार्ड रूम में हुई घटना
Lucknow Crime: मृतक अखंड बलरामपुर अस्पताल में लिफ्टमैन एक काम करता था। जबकि पिता गजेंद्र सिंह भी अस्पताल में ही सरकारी कर्मचारी हैं। अखंड ने फांसी क्यों लगाई अभी तक यह पता नहीं चल सका है।
Lucknow Crime: रविवार की शाम राजधानी लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल के गार्ड रूम में अखंड (30) पुत्र गजेंद्र ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। वह अस्पताल में लिफ्ट मैन का काम करता था और परिवार के साथ अस्पताल कैंपस में ही रहता था। शाम को वह एसएस ब्लॉक के गार्ड रूम में पहुंचा और एक कपड़े से फंदा बनाकर पंखे के सहारे फांसी लगा ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दरवाजा तोड़कर निकाला शव
SHO वजीरगंज दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि अस्पताल कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी की काफी देर से कमरे का दरवाजा नहीं खुला है। इस पर पुलिस पहुंची और दरवाजा खोलने का प्रयास किया गया। काफी देर तक जब दरवाजा नहीं खुला तो अस्पताल कर्मियों की मदद से पुलिस ने दरवाजा तोड़ा। अंदर जाकर देखा तो गजेंद्र का शव पंखे से कपड़े के फंदे में लटका हुआ था। इस पर तत्काल शव को उतारकर पुलिस ने अस्पताल में तैनात डॉक्टरों को दिखाया। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम हेतु मर्चरी में रखवा दिया है।
अस्पताल में ही तैनात हैं मृतक के पिता
मृतक अखंड बलरामपुर अस्पताल में लिफ्टमैन एक काम करता था। जबकि पिता गजेंद्र सिंह भी अस्पताल में ही सरकारी कर्मचारी हैं। अखंड ने फांसी क्यों लगाई अभी तक यह पता नहीं चल सका है। फिलहाल पुलिस अपने स्तर से मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है। अभी तक परिजनों ने पुलिस से किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई है। पुलिस का कहना है कि यदि शिकायत मिलती है तो उसके आधार पर छानबीन कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।