Lucknow News: जमींदोज हुआ अकबर नगर, 1240 बिल्डिंग मलबे में तब्दील, शहर में ट्रैफिक डायवर्जन

Akbar Nagar Demolition: 10 जून से शुरु हुए अकबर नगर के अवैध मकानों और दुकानों को गिराने का काम कल देर रात समाप्त हुआ। जिसके चलते शहर के ट्रैफिक में बदलाव किया गया है।

Written By :  Sidheshwar Nath Pandey
Update: 2024-06-19 05:22 GMT

Akbar Nagar Demolition (Pic: Newstrack)

Akbar Nagar Lucknow: लखनऊ में गैर कानूनी ढंग से बनाए गए अकबर नगर को पूरी तरह जमींदोज कर दिया गया है। कुकरैल नदी की जमीन पर बने इस अवैध नगर का अंत हो गया है। 10 जून से शुरु हुई कार्रवाई कल देर रात समाप्त हुई। अकबर नगर में बने पांच-पांच मंजिल की इमारतों की जगह अब केवल मलबा बचा है। करीब नौ दिन चले इस अभियान में एलडीए ने अकबर नगर में मौजूद सभी 1240 मकान, दुकान और कांम्प्लेक्स को गिरा दिया गया है। रविवार को करीब 80 प्रतिशत कार्रवाई करने के बाद सोमवार को बकरीद के चलते प्रशासन ने कार्रवाई रोक दी थी। जिसे कल देर रात पूरा किया गया। 

सर्वे में सामने आया सच

अकबर नगर को कुकरैल नदी की जमीन पर कब्जा करके बसाया गया था। यहां बड़ी संख्या में काम्प्लेक्स, शोरूम और अन्य दुकानें बनाए गए थे। मामला तब प्रकाश में आया जब कुकरैल नदी के सुन्दरीकरण का सर्वे किया गया। सुन्दरीकरण के लिए शासन के सर्वे में पता चला कि अकबर नगर प्रथम और द्वितीय नदी की जमीन पर अवैध रूप से बसाया गया है। किसी भी जमीन के मालिक के पास से जमीन का मलिकाना हक दिखाने के लिए दस्तावेज नहीं मिला। सभी मकान अवैध जमीन पर पाए गए। इसे ध्वस्त करने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण ने पिछले वर्ष नोटिस भी जारी की थी। किसी के पास दस्तावेज ना होने के कारण एक बार फिर एलडीए के विहित प्राधिकारी ने अकबर नगर को ध्वस्त करने का आदेश दिया। 


कोर्ट ने भी दिए ध्वस्तीकरण के आदेश

एलडीए का आदेश पारित होते ही अकबर नगर के लोगों ने इसका विरोध किया। कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए इस आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दी गई। हाईकोर्ट में याचिका खारिज होने और कोई मदद न मिलने पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। मगर सुप्रीम कोर्ट ने भी एलडीए के आदेश को सही मानते हुए इसके खिलाफ सुनवाई नहीं की। अदालत से क्लीनचिट मिलने के बाद एलडीए ने 10 जून को अकबर नगर को ध्वस्त करने का काम शुरु किया। ये कार्रवाई लगातार 18 जून तक चली। तड़के सुबह से लेकर देर रात तक चलने वाली इस कार्रवाई को एक दिन के लिए रोका भी गया। दरअसल सोमवार को बकरीद के चलते इस कार्रवाई को एक दिन के लिए रोक दिया गया। बची हुई इमारतों को मंगलवार को देर रात तक कार्रवाई करके अकबर नगर का अंत किया गया। कुछ धार्मिक स्थलों को छोड़ा गया था मगर उन्हें भी बुधवार सुबह धवस्त कर दिया जाएगा।


लखनऊ में ट्रैफिक डायवर्जन

अकबरनगर में बुधवार को भी सुबह छह से ध्वस्तीकरण अभियान की समाप्ति तक ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा। इसके लिए बंद रास्तों को जान लेना आवश्यक है। लखनऊ के पॉलीटेक्निक और आईटी की ओर से अकबरनगर की ओर आवागमन वाले सीधे रास्ते को बंद किया गया है। जाने वालों को अन्य रास्तों से जाना होगा। पॉलीटेक्निक से आने वाले वाहनों को अकबरनगर की तरफ जाने से रोका गया है। इसके बजाय इन्हें नीलगिरी तिराहे से बांये और आम्रपाली चौराहा से बांए बंधा रोड से जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही आईटी चौराहे की तरफ से आने वाले वाहन पॉलिटेक्निक चौराहे को नहीं जा सकेंगे। इन्हें बादशाह नगर मेट्रो स्टेशन से बाएं होकर कार्मल चौराहा से पीएसी मुख्य द्वार या वायरलेस चौराहा से होते हुए सर्वोदय नगर चौराहा से होकर बंधा रोड होकर शक्ति नगर ढाल से आगे जाना होगा। साथ ही बादशाह नगर मेट्रो स्टेशन से यू-टर्न लेकर पेपर मिल से बाएं बंधा होकर भी जाने का मार्ग है।

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