Lucknow News: ट्रांसपोर्ट नगर हादसे पर बोले अखिलेश यादव: अधिकारी जब दूसरे कामों में लगे रहेंगे तो क्या जिम्मेदारी निभाएंगे
Lucknow News: गुरुवार को सपा के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा।
Lucknow News: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्रांसपोर्ट नगर की घटना को लेकर गुरुवार को बड़ा बयान दिया है। घटना के करीब 6 दिन बीत गए हैं लेकिन अभी तक किसी अधिकारी की जवाबदेही नहीं तय हो सकी है। इसे लेकर न्यूज़ट्रैक के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि अधिकारी जब दूसरे कामों में लगे रहेंगे तो क्या जिम्मेदारी निभाएंगे। उन्हें तो केवल परेशान करना है। जो अथॉरिटीज हैं उनकी जिम्मेदारी है कि वो समय-समय पर देखें की कौन सी बिल्डिंग जर्जर है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिरकार अथॉरिटीज क्या कर रही थी जिसके कारण जानें जा रही हैं।
अखिलेश यादव ने यह भी लगाए आरोप
गुरुवार को सपा के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि अयोध्या को वार्ड क्लास सिटी बनाने की हमारी इच्छा है और दो साल बाद सरकार आने पर अयोध्या को वर्ड क्लास सिटी बनाएंगे। हमारी सरकार में किसी किसान की जमीन नहीं छीनी जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर सर्किल रेट बढ़ाकर मुआवजा देंगे। इस समय प्रदेश में लूट मची हुई है, अपराध चरम पर है। सुल्तानपुर में जो घटना हुई वो पहली घटना नहीं है पहले भी ऐसी घटनाएं की गई हैं। प्रदेश में एनकाउंटर को लेकर झूठी कहानी पढ़ी जा रही है। कोई ऐसा व्यक्ति नहीं जो यह नहीं जानता की भाजपा सरकार में फेक एनकाउंटर हो रहे हैं। मंगेश की हत्या की गई। यह पूरा गांव जानता है।
यह थी ट्रांसपोर्ट नगर की घटना
बीते शनिवार को ट्रांसपोर्ट नगर में बारिश के बाद एक तीन मंजिला इमारत जमींदोज हो गई थी। बिल्डिंग के नीचे दबने से 8 लोगों की मौत हो गई जबकि 28 लोगों का इलाज जारी है। घटना के बाद NDRF, SDRF, नगर निगम, एलडीए, PAC आदि विभिन्न विभागों की ज्वाइंट टीम ने ऑपरेशन चलाकर लोगों को रेस्क्यू किया था साथ ही कई घंटों तक सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया था। मामले की जाँच करने के लिए शासन की तरफ से एक समिति का गठन किया गया था। साथ ही PWD की टीम ने भी मौका मुआयना किया। वहीँ, आईआईटी कानपुर की टीम को मलबे का सैम्पल भेजा गया है। साथ ही गुजरात से आई नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की टीम ने भी घटनास्थल की जाँच कर साक्ष्य जुटाए थे।