Loksabha Electon 2024: बड़े मुकाबले को तैयार बीजेपी, सपा, बसपा और कांग्रेस, जानें- क्या है इन दलों की रणनीति

Loksabha Electon 2024: निकाय चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे सभी दल, 1 से 20 जून तक बीजेपी की ताबड़तोड़ रैलियां, दो दर्जन सीटों पर फोकस करेगी कांग्रेस, संगठन को दुरुस्त करने में जुटी सपा-बसपा।

Update: 2023-05-23 10:57 GMT
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे सभी दल

Loksabha Election 2024: यूपी नगर निकाय चुनावों के बाद अब सभी पार्टियों का फोकस लोकसभा चुनाव 2024 पर है। आम चुनाव से पहले सभी दल अपने संगठन का कील-कांटा दुरुस्त करने में जुट गये हैं। बीजेपी नरेंद्र मोदी सरकार 2.0 की उपलब्धियां जनता तक पहुंचाने जा रही है तो कांग्रेस पार्टी का पूरा फोकस उन 19 सीटों पर है 2014 और 2019 पार्टी जहां पहले या दूसरे स्थान पर रही थी। समाजवादी पार्टी ने जहां संगठन को दुरुस्त करने कवायद तेज कर दी है, बसपा भी नये सिरे से फाइनल टीम तैयार कर रही है।

बीजेपी की ताबड़तोड़ रैलियां

1 से 20 जून के बीच भाजपा के दिग्गज नेता पूरे यूपी को मथेंगे। मोदी सरकार 2.0 की नौ वर्ष उपलब्धियां गिनाने के लिए बीजेपी सूबे की सभी 80 लोकसभा क्षेत्रों में एक-एक रैली करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित केंद्र व राज्य के दर्जनों मंत्री इन रैलियों को संबोधित करेंगे। इन रैलियों में बीजेपी के स्थानीय विधायक, सांसद और अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इसके अलावा जनसहभागिता बढ़ाने के लिए पार्टी प्रदेश भर में कई और आयोजन करेगी, जैसे वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन आदि।

कांग्रेस की रणनीति तैयार

लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने रणनीति तैयार कर ली है। इस बार पार्टी का पूरा फोकस उन 19 सीटों पर रहेगा, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव जहां कांग्रेस पहले व दूसरे नंबर पर रही थी। इसके अलावा उन सीटों के लिए पार्टी स्ट्रैटजी बना रही है, जहां बीते चुनाव में उसे एक लाख से अधिक वोट मिले थे। यहां पार्टी भले ही तीसरे नंबर पर क्यों न रही हो। कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने बताया कि ऐसी सीटों की पूरी लिस्ट तैयार कर ली गई है, ताकि बूथ स्तर तक तैयारी करके बेहतर रिजल्ट हासिल किया जा सके। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी का कहना है कि आगामी चुनाव में सकारात्मक रिजल्ट के लिए पार्टी सुनियोजित तरीके से काम कर रही है।

संगठन को दुरुस्त कर रही सपा

नगर निकाय चुनाव के बाद से समाजवादी पार्टी संगठन को दुरुस्त करने में जुटी है। सोमवार को पार्टी ने पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्षों का गठन कर उनके नामों का एलान किया है। जल्द ही समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी एवं फ्रंटल संगठनों में कई अहम बदलाव दिखेंगे। कार्यकारिणी में सदस्यों की संख्या भी बढ़ेगी। फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारियों की जिम्मेदारी में भी बदलाव की तैयारी है। इसे लेकर कई दौर की कसरत हो चुकी है।

बसपा में बड़े बदलाव की तैयारी

निकाय चुनाव में बसपा को उम्मीदों के मुताबिक सफलता नहीं मिली थी। वहीं, अब लोकसभा चुनाव में पार्टी पूरी दमखम दिखाने को तैयार है। इसके लिए बसपा प्रमुख पार्टी को नये सिरे से मजबूत करने में जुटी हैं। इसके लिए उन्होंने बूथ सक्रिय करने के साथ कमेटियों में बदलाव के निर्देश दिए हैं। साथ ही पार्टी विरोधी गतिविधियों शामिल रहे नेताओं को बाहर की राह दिखाई जाएगी। चिंतन के बाद मायावती पार्टी में बड़े बदलाव की तैयारी में हैं ताकि खोई हुई जमीन फिर से हासिल की जा सके।

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