Lucknow Bulldozer Action: हाथ में मिठाइयां और आँखों में खुशी के आंसू लेकर बोली महिलाएं - 'सरकार को शुक्रिया, बख्श दिए हमारे आशियाने'
Lucknow Bulldozer Action: हाथ में मिठाई और अपनी आँखों में खुशी के आंसू लेकर मंगलवार की दोपहर पंत नगर, अकबर नगर, अबरार नगर, रहीम नगर और इंद्रप्रस्थ नगर की सैकड़ों महिलाओं ने सरकार को शुक्रिया अदा किया है।
Lucknow Bulldozer Action: हाथ में मिठाई और अपनी आँखों में खुशी के आंसू लेकर मंगलवार की दोपहर पंत नगर, अकबर नगर, अबरार नगर, रहीम नगर और इंद्रप्रस्थ नगर की सैकड़ों महिलाओं ने सरकार को शुक्रिया अदा किया है। मुख्यमंत्री से घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई न होने का आश्वासन मिलने के बाद हजारों लोगों ने इस फैसले का ढोल नगाड़ों के साथ मिठाइयां बांटकर स्वागत किया।
मंगलवार की सुबह इन इलाकों के करीब 50 लोग एलडीए ऑफिस पहुंचे थे। जिसके बाद एलडीए अधिकारियों व लखनऊ डीएम के साथ 10 लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिलने के लिए 5 केडी आवास पहुंचा। यहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिनिधिमंडल से करीब 15 मिनट तक मुलाकात की। बैठक में सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि कोई भी मकान तोड़ा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंतनगर हो या इंद्रप्रस्थ नगर, वहां निवासरत लोगों की सुरक्षा और शांतिपूर्ण जीवन के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। संबंधित प्रकरण में एनजीटी के आदेशों के क्रम में नदी के फ्लड प्लेन जोन का चिन्हांकन किया गया है। फ्लड प्लेन ज़ोन में निजी भूमि भी सम्मिलित है। लेकिन निजी भूमि को खाली कराने की न तो वर्तमान में कोई आवश्यकता है और न ही कोई प्रस्ताव है। निजी भूमियों में बने निजी भवनों के ध्वस्तीकरण का कोई विषय विचाराधीन नहीं है। आगे उन्होंने कहा कि फ्लड प्लेन जोन चिन्हीकरण के दौरान मकानों पर लगाये गये निशानों से आम जन में भय और भ्रम फैला है, इसका कोई औचित्य नहीं था और इसके लिए जवाबदेही तय की जाए। साथ ही सीएम ने लगाए गए निशान भी मिटाने के निर्देश दिए हैं। इस आश्वासन के बाद इलाके की निशा, गुंजन, शिल्पी, पूनम, सुनीता समेत सैकड़ों महिलाओं ने अपने आशियाने सही सलामत बचाने के लिए सरकार के प्रति आभार जताया है।
अधिकारियों से कहा- क्षेत्र में जाएं, करें विकास
मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने इलाके में साफ-सफाई व जनसुविधाओं के विकास के आदेश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि तत्काल क्षेत्र में जाकर लोगों से मिलें और उनका भय और भ्रम दूर करें। लोगों से मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवर बेड विकसित करने की जद में यदि कोई निजी जमीन पर बना भवन आता है तो उसे भी नियमानुसार मुआवजा देकर ही अधिग्रहित किया जाएगा।
फैसले के स्वागत में भावुक हुई महिलाएँ
लोग बोले- एकता का राज चलेगा, हिन्दू मुस्लिम साथ चलेगा
दहशत फ़ैलाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की आस
लोगों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने मकानों पर निशान लगाए हैं और कुकरैल नदी का दायरा 35 मीटर से बढ़ाकर 50 मीटर किया है उनकी जवाबदेही तय की जाए। सीएम के इस आश्वासन के बाद अब स्थानीय लोग भी जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की आस में हैं। उनका कहना है कि सरे दस्तावेज होने के बावजूद हमारे घरों को अवैध बताने वाले अधिकारियों को सबक जरूर मिलना चाहिए।