Lucknow News: शहर में "सैन्य चिकित्सा के बदलते प्रतिमान: अनिवार्यताएं और आगे बढ़ने का रास्ता" विषय पर हुई CME

Lucknow News: कार्यक्रम में पहला मुख्य भाषण एयर वाइस मार्शल अनुपम अग्रवाल, वीएसएम, सहायक वायु सेना प्रमुख (चिकित्सा) द्वारा दिया।

Report :  Santosh Tiwari
Update:2024-11-22 14:08 IST

सैन्य चिकित्सा के बदलते प्रतिमान: अनिवार्यताएं और आगे बढ़ने का रास्ता" विषय पर हुई CME   (photo: social media ) 

Lucknow News: शुक्रवार को ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉलेज (ओटीसी) द्वारा "सैन्य चिकित्सा के बदलते प्रतिमान: अनिवार्यताएं और आगे का रास्ता" विषय पर 22 और 23 नवंबर 2024 को आयोजित सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) का दो दिवसीय आयोजन शुरू हुआ। लखनऊ छावनी स्थित आर्मी मेडिकल कोर सेंटर और कॉलेज के मेजर लैशराम ज्योतिन सिंह अशोक चक्र सभागार में आज से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

सरस्वती वन्दना से हुआ शुभारंभ

सीएमई के उद्घाटन समारोह की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ हुई। फिर सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं की महानिदेशक (डीजीएएफएमएस) सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन, एवीएसएम, वीएसएम ने आर्मी मेडिकल कोर सेंटर एवं कॉलेज के कमांडेंट एवं एएमसी रिकॉर्ड्स के प्रभारी लेफ्टिनेंट जनरल शिवेंद्र सिंह और ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉलेज लखनऊ के कमांडेंट एवं मुख्य प्रशिक्षक मेजर जनरल पराग ए देशमुख के साथ पारंपरिक रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर सीएमई का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ देश भर से सेना, नौसेना और वायु सेना के डॉक्टरों और नर्सिंग अधिकारियों सहित दो सौ से अधिक प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।


लेफ्टिनेंट जनरल ने लोगों को किया संबोधित

कार्यक्रम के पहले दिन स्वागत भाषण लेफ्टिनेंट जनरल शिवेंद्र सिंह ने दिया। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में सैन्य चिकित्सा के विकास, गतिशील और तेजी से बदलते युद्धक्षेत्र के माहौल और सैन्य चिकित्सा में तथ्य की जांच करने और नई अवधारणाओं और तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

वहीं, उद्घाटन भाषण में सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन, एवीएसएम, वीएसएम ने अधिक से अधिक सैनिकों की जान बचाने और अच्छी तरह से सुसज्जित, इष्टतम के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए कॉम्बैट मेडिकल सपोर्ट में प्रौद्योगिकी संचालित समाधानों के संपूर्ण स्पेक्ट्रम के दोहन के महत्व पर जोर दिया।


रूस यूक्रेन युद्ध पर विश्लेषण

कार्यक्रम में पहला मुख्य भाषण एयर वाइस मार्शल अनुपम अग्रवाल, वीएसएम, सहायक वायु सेना प्रमुख (चिकित्सा) द्वारा दिया। उन्होंने संघर्षों से निपटने के लिए सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं के प्रशिक्षण और तैयारियों पर रूस-यूक्रेन युद्ध के प्रभाव का एक महत्वपूर्ण विश्लेषण दिया। वहीं, दूसरा मुख्य भाषण एयर वाइस मार्शल कौशिक चटर्जी, कमांडेंट, कमांड हॉस्पिटल (वायु सेना), बैंगलोर द्वारा दिया गया। जिन्होंने सशस्त्र बलों में मानसिक लचीलेपन के महत्व और युद्ध में इसके महत्व पर विचार-विमर्श किया।

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