AKTU News: 108 संबद्ध संस्थानों को बताएंगे इनोवेशन और स्टार्टअप का महत्व, 30 और 31 जनवरी को होगी कार्यशाला

AKTU News: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों को इनोवेशन और स्टार्टअप का महत्व बताया जाएगा। इसमें कुल 12 जिलों के 108 कॉलेजों को सेक्शन 8 कंपनी और इंक्युबेशन सेंटर स्थापित करने के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए 30 व 31 जनवरी को बीएचयू और एमएनएनआईटी में कार्यशाला आयोजित की जाएगी।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-01-27 20:37 IST

108 संबद्ध संस्थानों को बताएंगे इनोवेशन और स्टार्टअप का महत्व, 30 और 31 जनवरी को होगी कार्यशाला: Photo- Social Media

AKTU News: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों को इनोवेशन और स्टार्टअप का महत्व बताया जाएगा। इसमें कुल 12 जिलों के 108 कॉलेजों को सेक्शन 8 कंपनी और इंक्युबेशन सेंटर स्थापित करने के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए 30 व 31 जनवरी को बीएचयू और एमएनएनआईटी में कार्यशाला आयोजित की जाएगी। जिसके मद्देनजर कॉलेजों को इंक्युबेशन सेंटर की स्थापना संबंधित जानकारी और उससे होने वाले फायदों के बारे में बताया जा रहा है। अब तक कई ऑनलाइन कार्यशालाओं के जरिए कॉलेजों को सेक्शन 8 कंपनी और इंक्युबेशन सेंटर की स्थापना के बारे मे जानकारी प्रदान की गई है। एकेटीयू के इनोवेशन हब की ओर से 30 व 31 जनवरी को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी और मोती लाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, प्रयागराज में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

बीएचयू में छह जिलों के कॉलेजों के लिए कार्यशाला

एकेटीयू की कुलसचिव रीना सिंह की ओर से जारी 58 कॉलेजों के लिए सर्कुलर जारी किया गया है। इसमें वाराणसी, गाजीपुर, चंदौली, आजमगढ़, मिर्जापुर और मऊ के संबद्ध कॉलेज शामिल हैं। इन कॉलेजों को जारी किए गए गूगल फॉर्म पर जानकारी भरनी होगी। इसके बाद कॉलेज 30 जनवरी को बीएचयू के सीडीसी भवन की पांचवीं मंजिल पर आयोजित होने वाली कार्यशाला में प्रतिभाग कर सकेंगे। एकेटीयू की तरफ से प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी, अमेठी, सुल्तानपुर और रायबरेली के 50 कॉलेजों के लिए एमएनएनआईटी में 31 जनवरी को कार्यशाला आयोजित की जाएगी।

कॉलेजों को मिलेगी डेढ़ करोड़ रुपये की मदद

स्टार्टअप नीति-2020 में प्रावधान रखा गया है कि इंक्यूबेशन सेंटर्स को कैपिटल ग्रांट के रूप में एक करोड़ रुपये दिया जाएगा। जबकि यह राशि बुंदेलखंड व पूर्वांचल क्षेत्र के लिए 1.25 करोड़ रुपये तय की गई है। वहीं ऑपरेटिंग ग्रांट के तौर पर डेढ़ करोड़ रुपये देने का प्रावधान रखा गया है। यह राशि पांच वर्षों में 30-30 लाख रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से दी जाएगी।

इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना के मानक

इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना के लिए कुछ मानक जरुरी हैं। स्थापना करने के लिए इंक्यूबेशन सेंटर का सेक्शन 8 कंपनी के रूप में पंजीकरण होना चाहिए। शिक्षण संस्थानों के लिए 10 हजार वर्ग फीट का स्थान होना जरूरी है। एक इंक्यूबेशन मैनेजर व दो सपोर्टिंग स्टॉफ भी होने चाहिए। प्रति सीट कम से कम 100 वर्ग फीट का को-वर्किंग स्पेस हो। कम से कम 10 को-वर्किंग ऑफिस, मीटिंग, कांफ्रेंस रूम, रिफ्रेशमेंट जोन भी जरुरी है।

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