Lucknow Bulldozer Action: 'बाबा' के बुलडोजर एक्शन से दहशत में लोग, बोले- हमारे पास रजिस्ट्री फिर भी घरों पर लगे लाल निशान

Lucknow Bulldozer Action: हमारे पास घरों की रजिस्ट्री है, वैध दस्तावेज हैं, हाउस टैक्स और बिजली का बिल देते हैं लेकिन अब हमारे घरों को तोड़ने के लिए सरकार निशान लगा रही है।

Written By :  Santosh Tiwari
Update: 2024-07-10 12:57 GMT

विला पर लगा ध्वस्तीकरण हेतु निशान। Photo- Newstrack 

Lucknow Bulldozer Action: हमारे पास घरों की रजिस्ट्री है, वैध दस्तावेज हैं, हाउस टैक्स और बिजली का बिल देते हैं लेकिन अब हमारे घरों को तोड़ने के लिए सरकार निशान लगा रही है। अधिकारी आते हैं नक्शे में कुछ देखते हैं और निशान लगा देते हैं। जब उनसे पूछा जाता है कि निशान क्यों लगा रहे हैं। हमारे घर क्यों तोड़े जा रहे हैं तो वो कुछ नहीं बताते सिर्फ कहते हैं कि ऊपर से आदेश है। यह दर्द है राजधानी के पंतनगर, रहीम नगर और खुर्रम नगर के लोगों का जिनके घरों को कुकरैल रिवरफ्रंट विकसित करने के लिए तोड़ने की तैयारी की जा रही है। बुधवार को उनके मकानों को तोड़ने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा गठित संयुक्त टीम ने सर्वे किया और मकानों को चिन्हित कर निशान लगाए।

बताते चलें कि कुकरैल नदी के किनारे सरकार रिवरफ्रंट बनाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए नदी के किनारे अवैध रूप से बसे अकबरनगर को पहले ही जमींदोज किया जा चुका है। अब उसके आगे बसे इंद्रप्रस्थ नगर, रहीम नगर, अबरार नगर आदि इलाकों में कार्रवाई की तैयारी चल रही है। मंगलवार को भी सर्वे टीम इलाके में मकानों का चिन्हीकरण करने पहुँची थी लेकिन लोगों के विरोध के कारण उन्हें बेरंग लौटना पड़ा था। बुधवार को फिर नगर निगम, एलडीए, सिंचाई, राजस्व आदि विभागों की करीब 50 अधिकारियों की संयुक्त टीम ने पंतनगर, अशोक विहार फेज 2 में पीएसी के साथ पहुंचकर मकानों का सर्वे किया। इस दौरान टीम ने एरियल सर्वे के मुताबिक मकानों पर लाल रंग की पेंट से ध्वस्तीकरण करने के लिए निशान लगाए। पंत नगर निवासी वकील इमरान ने कहा कि हम लोग बीते कई वर्षों से यहां रह रहे हैं। मकानों की बकायदा रजिस्ट्री है, बिजली का बिल और हाउस टैक्स भी जमा होता है। अब अगर इसे अवैध बताकर तोड़ा जाएगा तो यह सरासर अनुचित कार्रवाई होगी।

अशोक विहार फेज- टू में एक मकान पर लगा निशाना व कार्रवाई के बाद चर्चा करते लोग। Photo- Newstrack  

कोर्ट जाने की तैयारी में जुटे लोग

पंत नगर निवासी इमरान ने कहा कि अभी सिर्फ हमारे मकानों का चिन्हीकरण हुआ है कोई नोटिस और किसी प्रकार के लिखित दस्तावेज अधिकारियों की तरफ से नहीं दिए गए हैं। अधिकारियों से जब पूछा जाता है तो वो ऊपरी आदेश का हवाला देते हैं। अभी तक कोई स्पष्ट जवाब कहीं से नहीं दिया जा रहा है। नतीजतन, पशोपेश की स्थिति बनी हुई है। अब आगे क्या होगा यह किसी की समझ में नहीं आ रहा है। अगर अधिकारियों का यही रवैया रहा तो हम लोग कोर्ट का रुख करेंगे। आगे की रणनीति तय करने हेतु बुधवार की शाम स्थानीय लोगों ने ट्रांस गोमती संघर्ष समिति के बैनर तले एक बैठक का भी आयोजन किया है।

करीब 1000 मकान तोड़ने की तैयारी, हजारों लोग होंगे बेघर

अशोक विहार फेज टू की एक गली में बने बहुमंजिला अपार्टमेंट। Photo- Newstrack 

अबरार नगर, रहीम नगर, पंत नगर, अशोक विहार फेज़ 1 और 2 में करीब 1000 से अधिक मकानों का चिन्हीकरण कर उन्हें तोड़ा जाना है। इन मकानों में रहने वाले तकरीबन 20000 से लोगों के बेघर होने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा इलाके में कई अपार्टमेंट भी बने हैं। प्रत्येक में दर्जनों फ्लैट्स हैं इन पर भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होनी है। नतीजतन इन फ्लैट्स में रहने वाले लोगों को भी नया आशियाना तलाशना पड़ेगा।

कई मकानों में लगे 'बिकाऊ' के पोस्टर

मकान पर बिक्री हेतु लिखा सन्देश। Photo- Newstrack

पंत नगर इलाके में कई मकान और खाली प्लॉट हैं जिनमें बुलडोज़र कार्रवाई के डर से लोग बेचने की तैयारी में हैं। लोगों ने अपने मकानों पर बिकाऊ हेतु पोस्टर भी लगा दिए हैं। कई ऐसे लोग भी हैं जिनके घर ध्वस्तीकरण की जद से बाहर हैं लेकिन वह भी इन्हें बेचने की तैयारी में लगे हैं। 
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