लखनऊ कैंसर हॉस्पिटल में न लिफ्ट..न बुनियादी सुविधाएं, सर्जरी के लिए कंधे पर मरीजों को ले जा रहे तीमारदार
Lucknow Cancer Institute: तीन महीने पहले आग लगने के कारण ओटी कॉम्प्लेक्स बंद कर दिया गया था। उसके बाद तीन ओटी तो शुरू करवा दी गईं, मगर लिफ्ट अब तक बंद है।
Lucknow Cancer Institute: लखनऊ स्थित कैंसर संस्थान की एक तस्वीर यूपी की राजधानी में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल रही है। कैंसर संस्थान में मरीजों को सर्जरी के लिए ऑपरेशन थियेटर (ओटी) तक ले जाना बड़ी चुनौती है। लिफ्ट की व्यवस्था न होने के कारण व्हील चेयर या स्ट्रेचर पर मरीजों को लादकर सीढ़ियों के जरिए ले जाया जा रहा है।
ऐसे में बड़ा खतरा संतुलन बिगड़ने का रहता है। अस्पताल कर्मचारी और तीमारदार सावधानीपूर्वक मरीज को सीढ़ियों के रास्ते ऊपरी तल पर ले जाते हैं। बावजूद, स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार की तरफ से बड़े-बड़े दावे किए जाते रहते हैं।
3 महीने पहले लगी थी आग,ओटी कॉम्प्लेक्स रहा बंद
जानकारी के लिए बता दें, तीन महीने पहले आग लगने के कारण ओटी कॉम्प्लेक्स (OT Complex) बंद कर दिया गया था। उसके बाद तीन ओटी तो शुरू करवा दी गईं, मगर लिफ्ट अब तक बंद है। वहीं, कैंसर संस्थान बिल्डिंग में रैंप भी नहीं है।
तीमारदारों की आफत, सीढ़ियों से ले जाने को विवश
ऐसे में जिन मरीजों को ऑपरेशन के लिए ओटी ले जाना होता है, तो तीमारदारों को कड़ी मशक्कत करनी होती है। तीमारदार संस्थान के प्रथम तल पर शुरू हुई व्हील चेयर या स्ट्रेचर पर लेटे मरीजों को सीढ़ियों से ले जाने को विवश हैं। ऑपरेशन के बाद नीचे लाने के दौरान भी वैसी ही परेशानी और जद्दोजहद से जूझना पड़ता है। कैंसर संस्थान की ओर से लाने-ले जाने की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में थोड़ा भी संतुलन बिगड़ने पर गिरने का खतरा हमेशा बना रहता है। वहीं, अकेले तीमारदार के लिए दिक्कत और बढ़ जाती है।
संस्थान में 24 ओटी, चल रहीं महज 3
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कैंसर संस्थान में चार फ्लोर है। बिल्डिंग में तीन फ्लोर पर कुल 24 ओटी हैं। हालांकि, अब तक महज तीन ऑपरेशन थियेटर ही संचालित हैं। शेष ओटी अब तक शुरू नहीं हो सकी। इसके अलावा, दो लिफ्ट फायर प्रूफ (Fireproof Lift) बनाई गई थी। ताकि, आग लगने के बाद काम करती रहे। मगर, अग्निकांड के बाद दोनों लिफ्ट पूरी तरह ठप हैं। आलम ये है कि, मरम्मत के बाद 3 माह बाद भी शुरू नहीं हो सकी है। बिल्डिंग में चौथे फ्लोर पर ICU भी है, जो अब तक शुरू नहीं हो सका है। मरीजों को ओटी तक पहुंचाने के लिए सीढ़ियों के ही रास्ते ले जाया जाता है।