Lucknow University: केकेवी में अब नहीं पढ़ाए जाएंगे तीन कोर्स, संख्या कम होने की वजह से लिया फैसला

Lucknow University: केकेवी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर संजय कुमार मिश्रा के मुताबिक एमए संस्कृत, एमए अंग्रेजी और एमए अर्थशासत्र कोर्स में छात्रों के लिए अभी पचास सीटें हैं।;

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-02-09 12:18 IST

Lucknow University kkv (photo: social media )

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध बप्पा श्री नारायण वोकेशनल पीजी कॉलेज केकेवी में अब छात्र-छात्राएं नए सत्र से तीन विषयों में प्रवेश नहीं ले पाएंगे। कॉलेज ने परास्नातक के तीन विषयों को सत्र 2024- 25 से नहीं चलाने का फैसला किया है। अब परास्नातक में एमए अंग्रेजी, एमए संस्कृत और एमए अर्थशास्त्र जैसे विषयों को छात्र केकेवी में नहीं पढ़ पाएंगे।

नहीं पढ़ाए जाएंगे ये तीन विषय

केकेवी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर संजय कुमार मिश्रा के मुताबिक एमए संस्कृत, एमए अंग्रेजी और एमए अर्थशासत्र कोर्स में छात्रों के लिए अभी पचास सीटें हैं। केकेवी में यह सभी सेल्फ फाइनेंस कोर्स के रुप में पढ़ाए जा रहे हैं। लेकिन इन कोर्स में सीटों की अपेक्षा पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं की संख्या काफी कम हैं। उन्होंने कहा कि इसी वजह से कॉलेज में यह कोर्स संचालित करना अब संभव नहीं है। इसी क्रम में इन कोर्सों के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय में स्थायी संबद्धता के लिए आवेदन नहीं किया गया है।

तीनों विषयों में संख्या काफी कम

बप्पा श्री नारायण वोकेशनल पीजी कॉलेज केकेवी ने नए सत्र से परास्नातक के तीन विषयों को बंद करने का फैसला कर लिया है। कॉलेज प्रशासन के मुताबिक यह फैसला परास्नातक के तीनों विषयों में छात्र-छात्राओं की संख्या काफी कम होने के कारण लिया गया है। केकेवी कॉलेज प्रशासन ने इसी वजह एलयू से नए सत्र के लिए इन विषयों की स्थायी संबद्धता के लिए मांग भी नहीं की है।

एमए पॉलिटिकल साइंस के लिए आवेदन

कॉलेज की ओर से एमए पालिटिकल साइंस, एमकॉम, एमएससी गणित, फिजिक्स, केमिस्ट्री जैसे कोर्स की स्थायी सूबद्धता के लिए आवेदन किया गया है। लखनऊ विश्वविद्यालय की तरफ से जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

एमए हिंदी और जूलॉजी कोर्स संचालित

बप्पा श्री नारायण वोकेशनल पीजी केकेवी कॉलेज में एमए पॉलिटिकल साइंस, एमएससी केमिस्ट्री, मैथ्स, फिजिक्स, एमएससी जियोलाजी और इंग्लिश, संस्कृत, इकानॉमिक्स के कोर्स अस्थायी संबद्धता के तहत पढ़ाए जाते है। इसके साथ ही केकेवी में स्थायी रूप से एम.ए. हिंदी, सोशियोलाजी, जूलॉजी के कोर्स भी पढ़ाए जा रहे हैं।

Tags:    

Similar News