Lucknow News: शहर में खुला अनोखा पुस्तकालय, एक साथ पढ़ेंगे 800 बच्चे
Lucknow News: संस्थापक विशाल ने बताया कि इस लाइब्रेरी की स्थापना काफी शोध करने के बाद की गई है, जिससे उन्हें छात्रों की अध्ययन सामग्री के साथ उनकी मांग और जरूरतों का स्तर भी ज्ञात हुआ।
Lucknow News: राजधानी में तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अच्छी खबर है। स्टडी हब कहे जाने वाले कपूरथला चौराहे पर "पुस्तकालय" नामक एक लाइब्रेरी की शुरुआत हो गयी है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस लाइब्रेरी का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिव के. रवीन्द्र नाइक ने किया। "पुस्तकालय" नाम की इस लाइब्रेरी के संस्थापक विशाल कुमार सिंह ने बताया कि लाइब्रेरी में 800 से अधिक लोगों के एक साथ बैठकर पढ़ने की व्यवस्था है। किफायती कीमतों में यह लाइब्रेरी अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं को एडवांस स्तर की सुविधा प्रदान करती है।
संस्थापक विशाल ने बताया कि इस लाइब्रेरी की स्थापना काफी शोध करने के बाद की गई है, जिससे उन्हें छात्रों की अध्ययन सामग्री के साथ उनकी मांग और जरूरतों का स्तर भी ज्ञात हुआ। लाइब्रेरी में विभिन्न पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। इसमें हैरी पॉटर जैसी विश्वप्रसिद्ध सीरीज भी शामिल हैं। इसके साथ फ्री वाई-फाई, फोटोग्राफी सर्विस, आरामदायक सीट, पिक एंड ड्रॉप की सुविधा व किराये पर लैपटॉप आदि की सुविधा उपलब्ध है। साथ ही फ्री बेसिक स्टेशनरी और ई-लाइब्रेरी की सुविधा भी शामिल है। इसके अलावा लाइब्रेरी परिसर में कैफे का प्रबंध भी किया गया है। इसमें समय-समय पर विभिन्न प्रकार की पौष्टिक खाद्य सामग्री और किफायती रेट पर शुद्ध भोजन भी प्राप्त किया जा सकता है। यह सारी सुविधाएं सिर्फ एक डिजिटल ऐप के माध्यम से उपलब्ध हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ आईएएस के. रविन्द्र नाइक के अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप में लखनऊ विकास प्राधिकरण के पूर्व वीसी दिवाकर त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान, संयुक्त आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल प्रदीप सिंह, लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता हेमंत सिंह पुनीत सिंह व सभासद पृथ्वी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
पुस्तक मेले में उमड़ी भीड़
गोमती रिवरफ्रंट पर आयोजित गोमती पुस्तक महोत्सव में सोमवार को पुस्तक प्रेमियों की भीड़ उमड़ी। यहां बड़ी संख्या में लोगों ने प्रेमचंद, जय शंकर प्रसाद समेत अन्य हिंदी लेखकों की किताबें खरीदी। इसके अलावा लोगों ने अंग्रेजी फिक्शन, क्राइम थ्रिलर, बायोग्राफी और अन्य विषयों पर आधारित किताबों को भी खूब पसंद किया। दुकानदारों ने बताया कि युवाओं का पुस्तकों के प्रति रुझान बढ़ा है। इन दिनों हिंदी के पुराने लेखकों के साथ ही युवा उर्दू शायरी और गजलें भी खूब पसंद कर रहे हैं।