Lucknow News: पुनर्वास विवि में युवाओं को सेमीकंडक्टर डिजाइन में स्किल्ड बनाने की तैयारी, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी कोर्स होगा शुरु

Lucknow News: डॉ. शेखर यादव ने बताया कि आगामी सत्र से एआईसीटीई की गाइडलाइंस के तहत बीटेक ईसीई पाठ्यक्रम को एनईपी 2020 और सीबीसीएस को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। इसके अलावा विद्यार्थियों के पठन पाठन में नई इनोवेशन टेक्निक्स के इस्तेमाल और कोर्स फोल्डर को तैयार करने की योजना है।;

Report :  Abhishek Mishra
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Update:2024-06-24 18:30 IST
Lucknow News: पुनर्वास विवि में युवाओं को सेमीकंडक्टर डिजाइन में स्किल्ड बनाने की तैयारी, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी कोर्स होगा शुरु
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Lucknow News: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में आईएसवीई रांची के इंडियन सोसाइटी फॉर वीएलएसआई एजुकेशन और बिट्स पिलानी की मदद से सेमीकंडक्टर डिजाइन में स्किल्ड युवा तैयार करने के लिए एक नार्थ इंडिया प्रशिक्षण केंद्र भी शुरू करने की योजना है।

विभाग ने प्रस्तुत की कार्ययोजना

इंटीग्रेटेड बीटेक-एमटेक वीएलएसआई डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी कोर्स भी शुरू किया जाएगा। यह बिन्दु विवि के अभियांत्रिकीय एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार अभियांत्रिकी विभाग ने अपनी आगामी कार्य योजनाओं में रखे हैं। जिसे कुलपति प्रो. संजय सिंह के सामने विभाग समन्वयक डॉ. शेखर यादव ने प्रस्तुत किया।

गेट, नेट, जेआरएफ के लिए मिलेगा मार्गदर्शन

डॉ. शेखर यादव ने बताया कि आगामी सत्र से एआईसीटीई की गाइडलाइंस के तहत बीटेक ईसीई पाठ्यक्रम को एनईपी 2020 और सीबीसीएस को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। इसके अलावा विद्यार्थियों के पठन पाठन में नई इनोवेशन टेक्निक्स के इस्तेमाल और कोर्स फोल्डर को तैयार करने की योजना है। उनका कहना है कि विभाग के छात्रों को गेट, नेट, जेआरएफ और पीएसयू जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मार्गदर्शन और व्यक्तिगत परामर्श की योजना बनाई गई है। पेटेन्ट, रिसर्च पब्लिकेशन, बुक्स पब्लिसिंग के साथ विभागीय स्तर पर एक शोध पत्रिका शुरू करने की तैयारी है। इसी तरह इंडस्ट्री की मदद से विज्ञान सम्मेलन, सेमिनार, वर्कशॉप और एफडीपी कराए जाएंगे। इंडस्ट्री और इंटरनेशनल कोलैबोरेशन भी किए जाएंगे।

14 छात्रों का प्लसेमेंट हुआ

इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार अभियांत्रिकी विभाग के समन्वयक डॉ. शेखर यादव ने बताया कि वर्तमान सत्र 2023-24 में अब तक 14 छात्रों का प्लेसमेंट हो चुका है। इससे पहले भी विभाग के 90 प्रतिशत से अधिक छात्रों का प्लेसमेंट हुआ है। इसमें पूर्व छात्र रजत व अतुल का आईआईटी इंदौर में अनुसंधान विद्वान के रूप में चयन भी शामिल है।

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