KGMU: अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों की होगी नियुक्ति, 45 विभागों के लिए निकाली भर्ती
KGMU: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में अब मरीजों को और अच्छा उपचार देने की तैयारी हो रही है। अस्पताल में सीनियर रेसिडेंट डॉक्टरों की कमी दूर की जाएगी। इसके लिए अस्पताल में और सीनियर रेसिडेंट डॉक्टरों को भर्ती करने की तैयारी की जा रही है।
KGMU: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में अब मरीजों को और अच्छा उपचार देने की तैयारी हो रही है। अस्पताल में सीनियर रेसिडेंट डॉक्टरों की कमी दूर की जाएगी। इसके लिए अस्पताल में और सीनियर रेसिडेंट डॉक्टरों को भर्ती करने की तैयारी की जा रही है। जानकारी के मुताबिक अस्पताल में बड़ी संख्या में डॉक्टरों की भर्ती होने जा रही हैं। इस पद के लिए जो डॉक्टर एलिजिबल हैं वे आठ फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं। अस्पताल में बेड़ के अनुपात में डॉक्टरों की संख्या काफी कम है।
45 विभागों के लिए निकाली भर्ती
अस्पताल में मरीजों की बड़ी संख्या को देखते हुए नए रेजिडेंट डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी। अस्पताल में मरीजों की समस्या को दूर करने के लिए 335 पदों पर रेजिडेंट डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी। इन पदों की भर्ती के लिए अस्पताल की ओर से विज्ञापन जारी कर दिया गया है। रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए अस्पताल के कुल 45 विभागों में भर्ती निकाली जाएगी। डॉक्टरों की भर्ती लिखित परीक्षा के आधार पर की जाएगी। सभी इच्छुक लिखित परीक्षा पास करने के बाद ही इस पद के लिए चुने जा सकेंगे।
पल्मोनरी क्रिटिकल केयर में 27 पदों पर नियुक्ति
अस्पताल के कुछ विभागों में बीस से भी ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टरों की भर्ती होगी। जिस विभाग में ज्यादा आवश्यकता होगी वहां के लिए अधिक नियुक्तियां होंगी। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में 26 पदों पर, प्लास्टिक सर्जरी में 23 पदों पर, क्रिटिकल केयर मेडिसिन में 25 पदों पर नियुक्तियां होंगी। अस्पताल के पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर विभाग में 27 पदों पर रेजिडेंट डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही बायोकेमिस्ट्री में 10, सीवीटीएस में 14, पैथालॉजी में 12, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन में 17, रेडियोडायग्नोसिस में 18 पदों पर भी नियुक्ति होगी।
मरीजों को होती है समस्या
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में इस समय लगभग चार हजार बेड हैं। अस्पताल में मरीजों की बड़ी संख्या के कारण अधिकांश बेड भरे रहते हैं। एक आकड़े के मुताबिक किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ओपीडी में एक दिन में करीब पांच हजार से भी ज्यादा मरीज आते हैं। अस्पताल में आ रहे मरीजों को देखने के लिए ओपीडी में नियमित डॉक्टरों की संख्या काफी कम है। इस समय अस्पताल में लगभग पांच सौ नियमित डॉक्टर कार्यरत हैं। जबकि अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों की संख्या सौ के करीब है। मरीजों की दिन रात देखरेख करने के लिए अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर रहते हैं।