Police Constable Exam: अभ्यर्थी ध्यान दें, रिज़ल्ट जारी करने से पहले होंगे ये तीन बड़े काम
Police Constable Exam: परीक्षा में तकरीबन 48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड अब रिजल्ट को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर चुका है।
Police Constable Exam: उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षाओं का रिजल्ट जारी करने से पहले अभ्यर्थियों का थर्ड पार्टी ऑडिट कराया जाएगा। परीक्षाओं को सकुशल संपन्न कराने के लिए त्रुटि रहित और शुचिता पूर्ण रिजल्ट जारी करने के क्रम में भर्ती बोर्ड की ओर से यह निर्णय लिया जा रहा है।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में सिपाही नागरिक पुलिस के 60244 पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा अगस्त माह में आयोजित की गई थी। 23, 24, 25 और फिर 30, 31 अगस्त को आयोजित परीक्षा में तकरीबन 48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित परीक्षाओं में उत्तर प्रदेश के साथ बिहार, झारखंड, एमपी, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली समेत अन्य राज्यों के परीक्षार्थियों ने भर्ती परीक्षा दी है। अब सभी को परिणाम का इंतजार है। इधर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड भी रिजल्ट को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर चुका है। इसे लेकर सोमवार को बोर्ड अध्यक्ष राजीव कृष्ण की अध्यक्षता में एक बैठक का भी आयोजन होना है। बैठक में रिजल्ट तैयार करने से लेकर उसे जारी करने तक की प्रक्रियाओं पर गहन मंथन किया जाएगा।
इसलिए होगा थर्ड पार्टी ऑडिट
भर्ती बोर्ड ने अगस्त माह में लिखित परीक्षाओं का सकुशल आयोजन करा लिया है। अब रिजल्ट जारी करने की कवायद तेज हो चुकी है। अंतिम नतीजा जारी करने से पहले राज्य सरकार द्वारा जारी की गई नई मानक संचालन प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। इसके तहत देश के सर्वोच्च शिक्षण संस्था में शुमार किसी एक संस्था से इसका थर्ड पार्टी ऑडिट होगा। लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जाएगा। इसके पहले प्रत्येक परीक्षार्थी का रिस्पॉन्स लॉग और एग्जाम डे परफॉर्मेंस ऑडिट होगा। बोर्ड की मंशा है कि परीक्षाओं में किसी प्रकार की धांधली न होने पाए एवं योग्य अभ्यर्थी ही आगे चलकर पुलिस सेवा में भर्ती हों।
लगेगा तीन माह से अधिक समय
भर्ती बोर्ड को यह सारी प्रक्रिया संपन्न कराने में लगभग 3 माह से अधिक समय लग सकता है। इसमें परीक्षा परिणाम जारी करने से लेकर फिजिकल व मेडिकल टेस्ट और फाइनल लिस्ट जारी करने के सभी चरण शामिल होंगे। इसके बाद अंतिम लिस्ट में शामिल अभ्यर्थियों को 10 माह की ट्रेनिंग के लिए प्रदेश के विभिन्न केंद्रों में भेजा जाएगा।