UP Police Bharti: पेपर लीक मामले पर पुलिस बोर्ड का बड़ा कदम, बनाई जांच समिति, कई जिलों में अभ्यार्थियों का प्रदर्शन
UP Police Bharti: यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा मामले में पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने एक जांच समिति गठित कर दी है। एडीजी अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में आंतरिक जांच समिति बनाई गई है।
UP Police Bharti: यूपी पुलिस सिपाही की सबसे बड़ी परीक्षा प्रदेश में संपन्न होने के बाद कई सवालों के घेरे में आ गई है। 17 फरवरी और 18 फरवरी को प्रदेश भर में आयोजित सिपाही पुलिस भर्ती परीक्षा में 18 फरवरी, रविवार को हुए पेपर में प्रश्नपत्र लीक का मामला सामने आया है। रविवार की परीक्षा का प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर काफी वारयल हुआ। रविवार सिपाही पुलिस भर्ती परीक्षा का आखिरी दिन था। हालांकि प्रश्नपत्र लीक के मामले में कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है, केवल सोशल मीडिया पर ही इस मामले की चर्चा देखने को मिल रही है। प्रश्नपत्र लीक सहित कई विभिन्न मुद्दों पर अब यूपी पुलिस बोर्ड ने सोमवार को एक बड़ा कदम उठाया है।
एडीजी अशोक कुमार सिंह के अंडर में होगी जांच
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा मामले में पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने एक जांच समिति गठित कर दी है। एडीजी अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में आंतरिक जांच समिति बनाई गई है। यह समिति सोशल मीडिया पर चल रही पेपर लीक की शिकायत, पेपर छपाई में गड़बड़ी, पेपर देर से पहुंचने, सनी लियोनी के एडमिट कार्ड सामने आने की मामले की जांच करेगी। जांच समिति के रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रेणुका मिश्रा बोलीं, अभ्यर्थियों की समस्या पर समिति गठित
बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा का कहना है कि सोशल मीडिया पर अभ्यर्थियों द्वारा जो समस्याएं बताई जा रही हैं, उन सबको ध्यान में रखते हुए बोर्ड द्वारा आंतरिक जांच कमेटी का गठन किया गया है। सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक की खबरों को बोर्ड पहले ही फर्जी बता चुका है। हालांकि इन सब मामलों की जांच के लिए कमेटी के गठन किया जा रहा है, ताकि सच्चाई सामने आ सके। दो दिन चली यूपी पुलिस की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा वैसे तो शांतिपूर्वक संपन्न हुई, लेकिन प्रशासन की सक्रियता की वजह से एग्जाम सॉल्वर गैंग सिपाही परीक्षा भर्ती में सेंध मारने में सफल नहीं हो सके।
प्रदेश में 244 लोग हुए गिरफ्तार
प्रशासन की सक्रियता के चलते भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप में कुल 244 लोग गिरफ्तार किए गए। यह गिरफ्तारी पूरे प्रदेश से परीक्षा से पहले 15 फरवरी से लेकर 18 फरवरी तक हुई हैं। इन लोगों के ऊपर पेपर लीक कराने की कोशिश, नकल, ठगी के मामलों के आरोप लगे हैं। इसमें अभ्यर्थी से लेकर सॉल्वर और दलाल शामिल हैं। यह गिफ्तारियां पुलिस और यूपी एसटीएफ की संयुक्त टीम ने की हैं।
पेपर लीक पर कई जिलों में प्रदर्शन
18 फरवरी को समाप्त हुई यूपी पुलिस सिपाही की भर्ती परीक्षा का सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र वायरल होने के बाद शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में परीक्षा के अभ्यार्थियों ने प्रदर्शन करते हुए पेपर लीक के मामलें में कार्रवाई की मांग की। उन्नाव और बागपत सहित कई जिलों में अभ्यार्थियों ने अपने अपने कलेक्ट्रेट भवन के बाहर पेपर लीक का आरोप लगातार हंगामा करते किया और नारेबाजी की। इन अभ्यर्थियों का दावा था कि यूपी पुलिस का पेपर दोनों दिन और दोनो पाली का लीक हो हुए हैं। वहीं, पेपर लीक के मामले पर अभ्यर्थियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और पेपर निरस्त कराकर दोबारा से पेपर करने की मांग की।