Mahoba News: शाबास स्वास्थ्य विभाग! मरीज को इंजेक्शन लगा रहे स्वीपर, सरकारी डॉक्टर की ऐश
Mahoba News: अस्पताल में तैनात सफाई कर्मी श्यामलाल ने मरीज का न केवल इलाज किया बल्कि इंजेक्शन भी लगाया। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज को इंजेक्शन लगाते हुए सफाईकर्मी का वीडियो वायरल हो रहा है।
Mahoba News: महोबा में स्वास्थ्य महकमें की लापरवाही देखने को मिली है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर नहीं बल्कि स्वीपर मरीजों का इलाज कर रहे है। यह सुनकर आप भी हैरत में पड़ गए होंगे। लेकिन, यह हकीकत बुंदेलखंड के महोबा की है। जहां पर एक सफाई कर्मचारी आए हुए मरीज का न केवल इलाज कर रहा बल्कि खुद उसे इंजेक्शन भी लगा रहा है। जिसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस मामले में जिले के सीएमओ जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रहे हैं। यही नहीं वीडियो वायरल होने के बावजूद भी इंजेक्शन लगाने की बात से भी मुकर रहे हैं। सफाईकर्मी द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाने का वीडियो वायरल होते ही स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मचा हुआ है। लोग मरीजों की ज़िंदगी के साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर हैरत में है।
इमरजेंसी वार्ड में स्वीपर मरीज को लगा रहा इंजेक्शन
सूबे के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक प्रदेश में स्वास्थ सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते नहीं थक रहे, लेकिन इसका असर महोबा जनपद में बिल्कुल नहीं दिखाई दे रहा। आये दिन विवादों में रहने वाले महोबा के स्वास्थ्य महकमें के लापरवाही की एक तस्वीर कुलपहाड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिली है। जहां पर एक सफाई कर्मचारी इमरजेंसी वार्ड में मरीज को इंजेक्शन लगा रहा है। बताया जाता है कि एक मरीज को परिवार के लोग इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुलपहाड़ लेकर पहुंचे थे। जहां मरीज की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया।
अस्पताल में तैनात सफाई कर्मी श्यामलाल ने न केवल उसका इलाज किया साथ ही उसे इंजेक्शन भी लगाया। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज को इंजेक्शन लगाते हुए सफाई कर्मी श्याम लाल का वीडियो वायरल हो रहा है। गजब हाल महोबा के स्वास्थ्य महकमें का है। एक सफाई कर्मचारी के कंधों पर अस्पताल आने वाले मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी है और वह मरीजों का इलाज कर रहा है। इस मामले में जिम्मेदार कार्यवाही की बात कह रहे हैं।
आपको बता दें कि महोबा जनपद में स्वास्थ्य कर्मियों की भारी कमी है, अगर कुलपहाड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बात करें तो एक डॉक्टर के भरोसे ही अस्पताल चल रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ महेश की ही अस्पताल में तैनाती है इसके अलावा एक स्टाफ नर्स और दो फार्मासिस्ट यहाँ तैनात है जिसमें से एक छुट्टी पर है। ऐसे में मरीजों के इलाज का दायित्व सफाईकर्मी श्यामलाल निभा रहा है जो कहीं ना कहीं मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है।
सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में इतनी बड़ी लापरवाही को लेकर तो हमने सीएमओ डॉ डीके गर्ग से बात की तो उन्होंने कहा कि यह मेरे संज्ञान में है और मैं इसकी जांच करा रहा हूं। इस मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुलपहाड़ के अधीक्षक से भी बात की है। बताया गया है कि वर्क लोड ज्यादा होने के चलते स्वीपर सिर्फ मदद कर रहा था। स्वीपर से इंजेक्शन नहीं लगवाया गया है बल्कि उससे मदद ली गई है फिर भी पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। मामला सही पाए जान पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी। सीएमओ ने जाँच और कार्यवाही की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया जबकि वायरल वीडियो में साफ तौर पर सफाई कर्मी मरीज को इंजेक्शन लगाता दिखाई दे रहा है। लेकिन साहब मदद की बात कह कर मामले को ही सफाचट कर रहे हैं। स्वास्थय महकमें की लापरवाही के इस अजब कारनामें पर सीएमओ का गजब बचाव भी कई सवाल खड़े करता है।