चित्रकूट: बुंदेलखंड में अब भी अंधविश्वास लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। चित्रकूट जिले के पहाड़ी थाना क्षेत्र के लोहदा गांव के चौंसठ जोगिनी देवी मंदिर में एक युवक ने अपनी गर्दन काटकर खुद की बलि चढ़ा दी। वहीं, मानिकपुर कस्बे में एक युवक ने अपनी जीभ काटकर देवी को खुश करने की कोशिश की।
पुलिस क्षेत्राधिकारी राजापुर सुरेश शर्मा ने सोमवार (05 मार्च) को बताया, कि पहाड़ी थाना क्षेत्र के दरसेडा गांव का रहने वाला युवक राजू उर्फ टिल्लू (24 वर्ष) लोहदा गांव के चौंसठ जोगिनी देवी मंदिर गया और कुछ देर तक रामायण पाठ करने के बाद मंदिर में चाकू से अपना गला काटकर खुद की बलि दे दी। उन्होंने बताया, कि मंदिर में मौजूद लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।
वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी ने बताया, कि मानिकपुर थाना क्षेत्र के खिचरी गांव के एक देवी मंदिर में युवक रामनरेश (25 वर्ष) ने अपनी जीभ काटकर चढ़ा दी। सरकारी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
आईएएनएस