Mathura Basanti Kamra: साल में एक ही दिन खुलने वाले बसंती कमरे के दर्शन के लिए उमडा भक्तों का सैलाब

Mathura Basanti Kamra: बसन्ती कमरे का निर्माण लखनऊ के नवाब फुन्दनलाल शाह और कुंदन लाल शाह ने सन 1863 मे कराया था।

Report :  Mathura Bharti
Update: 2024-02-14 09:07 GMT

Basanti Kamra in Mathura (Photo: Social Media)

Mathura News: मथुरा बसंतोत्सव ब्रज का प्रमुख उत्सव है। बसन्त पंचमी के दिन से कृष्ण की लीलास्थली ब्रज वृन्दावन के सभी प्रमुख मंदिरों में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन शुरु हो जाते है और सभी का अपना अलग धार्मिक महत्त्व है। वृंदावन स्थित टेढ़े खंबे के मंदिर में मौजूद बसंती कमरा जो कि साल में एक ही दिन बसंत पंचमी के दिन खुलता है बड़ी संख्या में लोग उसके दर्शन करने आते हैं इस बसंती कमरे में विदेशी झालरों के साथ- दिव्य सिंहासन पर राधा कृष्ण पीले वस्त्रों में विराजमान कराए जाते है और भगवान की मनमोहक छबि को देख भक्त भाव विभोर हो जाते है। 

साल में एक ही दिन खुलने वाले बसंती कमरे के बारे में मंदिर के गोस्वामी प्रशांत शाह ने बताया कि इस मंदिर को टेड़े खम्बे के नाम से भी जाना जाता है इस मंदिर की खासियत यह है की मंदिर की दीवारों पर 14 विभिन्न कलाकृति बनी हुई है इसके बरामदे में स्थित दो पाषाण काल का चित्र बना हुआ है। बसन्ती कमरे का निर्माण लखनऊ के नवाब फुन्दनलाल शाह और कुंदन लाल शाह ने सन 1863 मे कराया था। बसन्त पंचमी के दिन शाहबिहारी मंदिर में विराजमान श्री राधारमण ठाकुर के बसंती कमरे में अपने भक्तों को दर्शन देते है । इस मंदिर में बना ये कमरा साल में सिर्फ एक बार ही दर्शनों के खोला जाता है।

यह बसंती कमरा मंदिर के ऋतूराज भवन में स्थित है और इसकी खासियत है अन्दर की गई बेहद आकर्षक सजावट इस कमरे में राधारमण ठाकुर को बसंत ऋतू का एहसास दिलाने के लिए मौसम के हिसाब से ही फूलों की सजावट की जाती है। साथ ही विशेष आकर्षक झाड-फानूश, लाईटिंग के अलावा कमरे के बीच में इटली से लाये गये मनमोहक पत्थर में फब्बारे लगाकर उसे नहर का रूप दिया गया है। बसंत- पंचमी के दिन होने वाले ठाकुरश्री राधारमण के विशेष दर्शनों के लिए दूर-दूर से भक्तगण यहाँ आते है।

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