बसपा का एक और पूर्व विधायक हुआ मायावती की नाराजगी का शिकार
लोकसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता न मिलने से नाराज बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने अब भितरघातियों पर कार्रवाई शुरू कर दी हैै। बसपा सरकार में मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय को पार्टी से निलंबित करने के बाद बसपा सुप्रीमों ने अब बसपा के पूर्व विधायक इकबाल अहमद ठेकेदार को पार्टी से बाहर कर दिया है।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता न मिलने से नाराज बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने अब भितरघातियों पर कार्रवाई शुरू कर दी हैै। बसपा सरकार में मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय को पार्टी से निलंबित करने के बाद बसपा सुप्रीमों ने अब बसपा के पूर्व विधायक इकबाल अहमद ठेकेदार को पार्टी से बाहर कर दिया है।
बसपा सुप्रीमों ने लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। मायावती ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई सीटों पर पार्टी विरोधी काम करने और विपक्षी उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने के आरोप में पार्टी के पूर्व विधायक इकबाल अहमद ठेकेदार को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। दरअसल मायावती को यह शिकायत मिली है कि इकबाल अहमद ने चुनाव के दौरान बिजनौर में बसपा प्रत्याशी मलूक नागर का समर्थन न करके कांग्रेस प्रत्याशी नसीमुद्दीन सिद्दीकी का समर्थन किया था।
यह भी पढ़ें...लखनऊ: 23 पीसीएस अफसर आईएएस बने केंद्र सरकार ने प्रमोशन की अधिसूचना जारी की
वर्ष 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में चांदपुर विधानसभा क्षेत्र से बसपा के विधायक बने इकबाल अहमद ठेकेदार लोकसभा चुनाव में बिजनौर लोकसभा सीट से टिकट मांग रहे थे। बसपा सुप्रीमों ने उनकी मांग को नजरअंदाज करते हुये समाजवादी पार्टी से बसपा में शामिल हुई पूर्व विधायक रूचिवीरा को बिजनौर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था।
यह भी पढ़ें...इन सांसदों के अरमानों पर फिरा पानी, मोदी मंत्रिमंडल में नहीं मिली जगह
बताया जा रहा है कि इकबाल ठेकेदार इसी बात से नाराज थे और उन्होंने चुनाव के दौरान पूर्व में बसपा के कददावर नेता व लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी नसीमुददीन सिददकी का समर्थन किया था।