संगम में डुबकी लगाने से मोदी के पाप नहीं धुलेंगे: मायावती
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोकसभा आमचुनाव के समय संगम में डुबकी लगाने से पाप धुलने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि अपरिपक्व तरीके से देश पर थोपी गई नोटबन्दी, जीएसटी, साम्प्रदायिकता, गरीबी व बेरोजगारी आदि की ज़बर्दस्त मार से त्रस्त देश की 130 करोड़ आमजनता बीजेपी सरकार को इनके कारनामों के लिये इतनी आसानी से माफ करने वाली नहीं है।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोकसभा आमचुनाव के समय संगम में डुबकी लगाने से पाप धुलने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि अपरिपक्व तरीके से देश पर थोपी गई नोटबन्दी, जीएसटी, साम्प्रदायिकता, गरीबी व बेरोजगारी आदि की ज़बर्दस्त मार से त्रस्त देश की 130 करोड़ आमजनता बीजेपी सरकार को इनके कारनामों के लिये इतनी आसानी से माफ करने वाली नहीं है।
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मायावती ने जारी बयान में कहा कि ठीक चुनाव से पहले केन्द्र की बीेजेपी सरकार द्वारा किसानों को 06 हज़ार रुपये प्रतिवर्ष 500 रुपया प्रति माह देने के लिये पी.एम. किसान सम्मान निधि योजना का सवाल है तो यह स्पष्ट है कि नरेन्द्र मोदी सरकार को खेती-खलिहान व किसान आदि के बारे में समझ ना केवल बहुत ही आधी-अधूरी है बल्कि नादान भी है।
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इस सम्बंध में सबसे पहले इन्हें ’किसान’ और ’खेतिहर मज़दूरों’ में अन्तर को समझना चाहिये। इनकी 500 रुपये प्रति माह आर्थिक सहायता देने की घोषणा वास्तव में दैनिक मजदूरी करने वाले भूमिहीन खेतिहर मज़दूरों के लिये होनी चाहिये थी, ना कि किसानों के लिये। उन्होंने कहा कि किसान जैसे मेहनतकश समाज को किसी भी प्रकार की तुच्छ सरकारी भेंट का एहसान नहीं चाहिये बल्कि किसान को उसकी उपज का वाजिब व लाभकारी मूल्य चाहिये तथा अन्य बेरोजगार लोगों को रोजगार व मेहनतकश लोगों को काम व उनकी अपनी जायज़ मज़दूरी का भुगतान चाहिये। बीजेपी सरकार केवल इसी को सुनिश्चित कर दे तो यह उनके लिये बहुत होगा।