लखनऊः यूपी के सरकारी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस में दाखिले नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) से ही होंगे। सीएम अखिलेश यादव ने बुधवार को इस बारे में प्रस्ताव को हरी झंडी दिखा दी। अभी तक ये तय नहीं था कि दाखिले नीट से होंगे या सीपीएमटी कराई जाएगी।
एक हफ्ते से बना था असमंजस
-केंद्र सरकार ने राज्यों के सरकारी कॉलेजों के लिए एक हफ्ते पहले अधिसूचना जारी की थी।
-इस साल राज्य दाखिले के लिए अपनी परीक्षा करा सकते थे या नीट के जरिए दाखिले ले सकते थे।
-अखिलेश सरकार ने तब से कोई फैसला नहीं किया था।
-चीफ सेक्रेटरी ने 25 मई को नीट के पक्ष में तर्क सीएम को दिए थे।
-होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक कॉलेजों के लिए राज्य स्तर पर परीक्षा होगी।
सीपीएमटी की फीस वापस होगी
-प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. अनूप चंद्र पांडेय ने दी जानकारी।
-सीपीएमटी-2016 का अस्तित्व खत्म होने की बात कही।
-सीपीएमटी की फीस आवेदकों को वापस कर दी जाएगी।