Pilibhit News: दहेज की भेंट चढ़ी विवाहिता, किया आग के हवाले, इलाज के दौरान हुई मौत
Pilibhit News: सोनकली की शादी हिन्दू रीति रिवाज के साथ 6 लाख रुपए के दान दहेज के साथ 28 अप्रैल 2017 को नरेश कुमार पुत्र जानकी प्रसाद निवासी मिलक काजी थाना जहानाबाद इलाके में की थी।;
दहेज की भेंट चढ़ी विवाहिता (photo: social media )
Pilibhit News: यूपी के पीलीभीत जनपद में एक विवाहिता दहेज के खातिर भेंट चढ़ गई। विवाहिता के पति ने मामूली विवाद में तारपीन का तेल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। आनन फानन में ससुरालियों ने विवाहिता के मायके वालों को सूचना दिए बिना ही दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी 6 अप्रैल की देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई।
बीती रात दिल्ली से मृतका का शव मृतका के पति का भाई एम्बुलेंस के द्वारा ससुराल लेकर पहुंचा। जहां पहले से मौजूद मायके वालों ने मृतका के शव को एम्बुलेंस से उतरने नही दिया और मृतका के पति को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। मौके पर मौजूद पुलिस ने काफी समझाया बुझाया पर परिजन अपनी जिद पर अड़े रहे। वही थाने से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाना पड़ा तब जाकर मृतका के शव को एम्बुलेंस से उतारा जा सका। वही मायके वालों ने आरोपी पति सहित सास ससुर के खिलाफ थाने में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है।
सोनकली की शादी हिन्दू रीति रिवाज के साथ हुई थी
दरअसल, मामला थाना जहानाबाद क्षेत्र के मिलक काजी गांव का है। जहां थाना बरखेड़ा क्षेत्र के खजुरिया पचपेड़ा गांव निवासी अमरपाल पुत्र रामेश्वर दयाल ने अपनी बहन सोनकली की शादी हिन्दू रीति रिवाज के साथ 6 लाख रुपए के दान दहेज के साथ 28 अप्रैल 2017 को नरेश कुमार पुत्र जानकी प्रसाद निवासी मिलक काजी थाना जहानाबाद इलाके में की थी।
आरोपी पति नरेश पेंट का काम करता था। आरोप है कि शादी के बाद से ही अतिरिक्त दहेज की मांग की जा रही थी। 1 तोला सोने की चैन व एक बुलेट मोटरसाइकिल की मांग कर रहे थे। जिसके चलते आये दिन कहासुनी व मारपीट करते थे। कई बार आरोपी पति मृतका को मायके छोड़ कर चला गया और मानसिक उत्पीड़न किया गया। वही 30 मार्च को पति पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हुआ जिसके बाद आरोपी पति ने अपनी पत्नी सोनकली पर तारपीन का तेल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। इस पूरे मामले की सूचना ससुरालियों ने मायके वालों को दिए बिना ही आनन-फानन में दिल्ली के निजी अस्पताल में ले जाकर भर्ती करा दिया।
इलाज के दौरान सोनकली की मौत
सोनकली के मायके वालों को जब रिश्तेदारों के द्वारा सूचना मिली तो परिजन उसको देखने दिल्ली पहुँचे जहाँ सोनकली ने अपने परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी। हालांकि 6 अप्रैल की देर रात इलाज के दौरान सोनकली की मौत हो गई। मृतका के परिजनों को उसकी मौत हो जाने की सूचना मिली तो गुस्साए परिजनों ने ससुरालियों के घर मे अपना डेरा जमा लिया। जब बीती देर शाम मृतका के शव को दिल्ली से एम्बुलेंस के द्वारा लाया गया तो मृतका के देवर को घेर लिया और एम्बुलेंस से मृतका के शव को उतरने नही दिया गया। मृतका के परिजन लगातार मृतका के पति को मौके पर बुलाने को लेकर अड़े रहे और काफी देर तक यह हंगामा चलता रहा। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस मृतका के परिजनों को समझाने का प्रयास करती रही पर परिजन अपनी जिद पर अड़े रहे।
स्थिति बिगड़ती देख थाने से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया और समझाने का प्रयास किया गया साथ ही मामले में मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया जिसके बाद परिजन माने और शव को एम्बुलेंस से उतारा गया। जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में ही तत्काल मृतका के शव का अंतिम संस्कार कराया जा सका। फिलहाल परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही में जुट गई है। आज मामले की जांच को लेकर पुलिस टीम मौके पर पहुँची और जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
मृतक विवाहिता अपने पीछे 3 मासूम बच्चो को छोड़ कर दुनिया से रुखसत हो गई। जिसमे दो लड़कियां जो कि एक 3 माह की दुधमोहि बच्ची है और एक 3 साल व 5 साल का एक बेटा शामिल है। जिनका रो रोकर बुरा हाल है।