Meerut News: रिटायर्ड बैंक कर्मी से पौने दो करोड़ ठगने में गिरफ्तार, अभियुक्तों ने उगले कई बड़े राज

साइबर आपराधी के हौसले इन दिनो ने बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में अपराधियों ने एक रिटायर्ड बैंक कर्मी से करोड़ों की ठगी कर ली है। मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

Report :  Sushil Kumar
Update:2024-09-30 21:30 IST

पुलिस की हिरासत में 4 ठग (newstrack)

Meerut News: साइबर अपराधी ने मेरठ में रिटायर्ड बैंक कर्मचारी से डिजिटल अरेस्ट कर उससे करोड़ों की ठगी की। इस मामले में साइबर क्राइम टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फर्जी मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर बैंक कर्मचारी से 4 दिनों में 1 करोड़ 73 लाख 80 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी की है।

जिला पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 22 सितंबर को थाना साइबर क्राइम को रिटायर्ड बैंक कर्मी ने सूचना दी थी कि 17 सितंबर को आवेदक के पास अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आया था। उसने अपने आप को टेलीकॉम विभाग से बताते हुए कहा कि आपके आधार कार्ड का इस्तेमाल कर केनारा बैंक में एक खाता खोला गया है, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग का पैसा आया हैं और आपके खिलाफ महाराष्ट्र में एक मामला दर्ज हैं। इस प्रकार आरोपियों ने रिटायर्ड कर्मी से 18 सितंबर से 21 सितंबर तक अलग बैंको में पांच ट्राजेक्शन के माध्यम से कुल धनराशि 1,73,80,000/-रूपये की ऑनलाइन ठगी कर ली गयी हैं। इस संबंध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना साइबर क्राइम ने मामला दर्ज कर जांच में जुट गई।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए एसएसपी मेरठ के निर्देश पर थाना साइबर क्राइम, जनपद मेरठ की तीन पुलिस टीम नियुक्त कर बम्बई महाराष्ट्र, बारागल तेलगाना व कलकत्ता पश्चिम बंगाल राज्यों के लिए रवाना किया गया था। जिनके द्वारा दो अभियुक्त बम्बई महाराष्ट्र, एक अभियुक्त कलकत्ता पश्चिम बंगाल एवं एक अभियुक्त मेरठ से गिरफ्तार किया गया हैं। उक्त गिरफ्तारी के संबंध में थाना साइबर क्राइम जनपद मेरठ पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं।

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार अभियुक्तों के बैंक अकाउट के संबंध में भारत सरकार द्वारा संचालित NCRP PORTAL पर वर्तमान तक प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना साइबर क्राइम, जनपद मेरठ के अतिरिक्त विभिन्न राज्यों से 14 शिकायतें प्राप्त हैं। गिरफ्तार आरोपियों के नाम निलेश बालकृष्ण, नावेद एजास सैयद, नामिजला राजकुमार और सोम्यासिस पाईन शामिल हैं।

पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार आरोपियों निलेश बालकृष्ण के आईसीआईसीआई बैंक खाता संख्या में वादी द्वारा 90,000,00/-रूपये ट्रांसफ् किये गये थे। जिनमें से 4,99,500/-रूपये नावेद एजास सैयद के खाते में ट्रांसफर हुए। अभियुक्त निलेश बालकृष्ण ने अपना बैंक खाता किसी अन्य व्यक्ति को रूपये लेकर प्रयोग करने के लिए देना बताया नावेद एजास सैयद द्वारा किप्टो करेंसी का कार्य करना किप्टों, करेंसी बेचकर 4,99,500/-रूपये अपने खातें में प्राप्त करना व पुनः किप्टों करेंसी खरीदना बताया हैं। अभियुक्त सोम्यासिस पाईन के नाम पर मोबाइल नम्बर का उपयोग बन्धन बैंक के खाते में करके यूपीआई द्वारा 4500000/-रूपये वादी के ट्रांसफर किया जाना पाया गया हैं। अभियुक्त नामिजला राजकुमार द्वारा अपने व अपनी पत्नि के नाम पर 12 बैंक खाते खुलवाये गये हैं, जिनमें से कुछ खाते किराये पर ट्रेंडिग कम्पनी को दिये गये हैं। अभियुक्त राजकुमार कि पत्नी के पंजाब नेशनल बैंक खाते में वादी द्वारा 8,80,000/-रूपये ट्रांसफर किये गये थे, जो अन्य खाते में ट्रेंडिग कम्पनी के सदस्यों द्वारा टार्न्सफर कर लेना अभियुक्त राजकुमार की गिरफ्तारी के दौरान विभिन्न बैंको के 10 एटीएम कार्ड व विभिन्न बैंको की 8 पासबुक व मोबाइल फोन जिससे ट्रेडिंग कम्पनी के सदस्यों से बात होती थी बरामद हुये हैं। अभियुक्त राजकुमार के विरूद्व अन्य शहरों में भी दो अभियोग पंजीकृत होने के कागजात मिले हैं। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम की अगुवाई थाना साइबर क्राइम निरीक्षक देवेश सिंह,के पी सिंह व बृज किशोर सिंह कर रहे थे।

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