Meerut: आप नेताओं ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, मांगे पूरी न होने पर दी ये चेतावनी

Meerut: आम आदमी पार्टी नेता अंकुश चौधरी ने कहा कि हमारी यह भी मांग है कि पेराई सत्र 2024-25 से गन्ना किसानों को तुरंत मिल पर गन्ना डालने के 24 घंटे के अंदर ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था की जाए।

Report :  Sushil Kumar
Update:2024-11-12 14:26 IST

आप नेताओं ने डीएम को सौंपा ज्ञापन (न्यूजट्रैक)

Meerut News: आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में गन्ने का ख़रीद मूल्य 550 रुपया प्रति क्विंटल तत्काल घोषित करने के साथ ही की गन्ना किसानों के पिछले पेराई सत्र वर्ष 2023-24 का बकाया का मय ब्याज भुगतान कराने की मांग की है। इस संबंध में आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी की अगुवाई में पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने तीन सूत्रीय मांगो को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी दीपक मीणा को सौंपा। आम आदमी पार्टी नेता अंकुश चौधरी ने कहा कि हमारी यह भी मांग है कि पेराई सत्र 2024-25 से गन्ना किसानों को तुरंत मिल पर गन्ना डालने के 24 घंटे के अंदर ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था की जाए।

उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता है तो आम आदमी पार्टी मेरठ उप गन्ना आयुक्त कार्यालय मेरठ का घेराव करेगी। ज्ञापन में कहा गया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गन्ने की फ़सल बहुतायत में उगायी जाती है और इस क्षेत्र को गन्ना बेल्ट के रूप मे जाना जाता है। लेकिन, बड़ी विडंबना है प्रत्येक वर्ष गन्ना किसानों को ना तो गन्ने का उचित मूल्य ही मिलता है और ना ही चीनी मिलों द्वारा समय से किसानों का भुगतान ही किया जाता है। प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी चीनी मीलों पर गन्ना किसानों का पिछली पेराई सत्र वर्ष 2023-24 का करोड़ो रुपया अभी तक बकाया है। जबकि नया गन्ना पेराई सत्र शुरू हुए महीनो हो गए हैं अति दुख का विषय है कि किसानो को समय से गन्ने का भुगतान न होने के कारण काफ़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।बेटी की शादी हो या बीमारी की दशा में या अन्य पारवारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किसानों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है।

आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी ने कहा कि गन्ना सत्र शुरू हो गया है लेकिन अभी तक सरकार द्वारा न तो गन्ने का मूल्य (एसएपी ) घोषित किया जब की प्रदेश का किसान उम्मीद कर रहा था कि अक्टूबर में पेराई सत्र की शुरुआत से पहले ही एसएपी की घोषणा की जाएगी। लेकिन अब जब आधा नवंबर भी बीतने को है और गन्ना किसानों को अभी भी नहीं पता है कि उनकी फसल के लिए मिलों से क्या कीमत मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ जी आपके नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार सत्ता में आई है, तब से उत्तर प्रदेश में गन्ने की कीमत केवल 35 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ी है, जो कि पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल के दौरान बढ़ाई गई कीमत से काफी कम है। इसके बावजूद सरकार द्वारा अभी तक गन्ने का रेट ही तय नहीं किया गया है और न ही इस सत्र मे गन्ना किसानों को समय से गन्ना भुगतान किये जाने का भरोसा ही दिया गया है।

ज्ञापन के अनुसार देश में प्रधानमंत्री द्वारा डिजिटल इंडिया का नारा दिया जा रहा है तो गन्ना किसानों के लिए मिलों द्वारा नगद व उचित भुगतान न दिया जाना गन्ना किसानों के प्रति घोर अन्याय है। प्रतिनिधि मंडल में महानगर अध्यक्ष अंकित गिरी, जिला उपाध्यक्ष हबीब अंसारी, जिला संरक्षक एसके शर्मा, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल राघव, किसान प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष फुरकान त्यागी, जिला मीडिया प्रभारी हर्ष वशिष्ठ, किठौर विधानसभा अध्यक्ष राहुल भाटीपुरा, कैंट विधानसभा अध्यक्ष भरत लाल यादव, जिला सचिव वैभव मलिक, जिला सचिव रॉबिन चौधरी, अंकुर आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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