Meerut News: मानवाधिकार को लेकर मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में हुआ सम्मेलन

Meerut News: मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ भावना शर्मा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए मानव अधिकार ढांचे की नींव बनाने वाले नैतिक विचारों पर प्रकाश डालते हुए अपनी अंतर्दृष्टि प्रस्तुत की।

Report :  Sushil Kumar
Update:2023-12-10 21:50 IST

Meerut News (Pic: Newstrack)

Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान में आज मानवाधिकार को लेकर हुए दो दिवसीय सम्मेलन के अंतिम दिन मुख्य वक्ता के रुप में प्रोफेसर भावना शर्मा (एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा) और प्रोफेसर निसार-उल-हक ( राजनीति विज्ञान विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली) शामिल रहे। भारतीय एवं पश्चिमी परिप्रेक्ष्य में मानवाधिकार सम्मेलन के अंतिम दिन मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ भावना शर्मा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए मानव अधिकार ढांचे की नींव बनाने वाले नैतिक विचारों पर प्रकाश डालते हुए अपनी अंतर्दृष्टि प्रस्तुत की। मुख्य अध्यक्ष प्रो. निसार-उल-हक ने वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए समग्र दृष्टिकोण के बारे में बात की। उन्होंने मानवाधिकारों की रक्षा और प्रचार करने वाली नीतियों के विकास और कार्यान्वयन में बहुभाषावाद के महत्व पर प्रकाश डाला। इसने सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने, हाशिए पर मौजूद समुदायों को सशक्त बनाने और विविध समाजों के बीच पुल बनाने में भाषा की भूमिका को रेखांकित किया।

न्याय, समानता और व्यक्तिगत स्वंत्रता की व्याख्या की

समापन सत्र में विदेश से ऑनलाइन माध्यम के जरिए प्रो. डायना डे ला रुआ (यूजेनियो, पूर्व अध्यक्ष आईपीआरए ), डॉ. सेल्वाराजा सेंथन (सेंटर फॉर मीडिया, ह्यूमन राइट्स एंड पीस बिल्डिंग, लंदन, यूके) और प्रो. असलम जुड़े। जिन्होंने दुनिया की साझा चुनौतियों के समाधान के लिए एक जुटता पर बात की और प्राचीन दर्शन, नैतिक ढांचे और सांस्कृतिक मापदंडों की समृद्ध टेपेस्ट्री को चित्रित करने के महत्व पर जोर दिया। समापन सत्र के दौरान प्रो. रणबीर सिंह गुलिया (राजनीति विज्ञान विभाग, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक, हरियाणा) , मुख्य अतिथि प्रो. एमेरिटस एस.के.चतुर्वेदी (पूर्व प्रमुख, विभाग राजनीति विज्ञान, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ) और प्रोफेसर नावेद (जमाल, राजनीति विज्ञान विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली) ने अपने विचारो में न्याय, समानता और व्यक्तिगत स्वंत्रता की व्याख्या की।

विवि प्रवक्ता के अनुसार जिस प्रकार सम्मेलन के पहले दिन 4 सत्रों का आयोजन हुआ जिसमें उद्घाटन सत्र, प्रथम पूर्ण अधिवेशन, प्रथम तकनीकी सत्र और द्वितीय पूर्ण अधिवेशन शामिल थे उसी प्रकार आज भी 3 सत्रों का आयोजन विभाग द्वारा किया गया। आज भी द्वितीय तकनीकी सत्र, तृतीय तकनीकी सत्र और समापन सत्र में कई विदेशी मेहमान ऑनलाइन के माध्यम से जुड़े। इस दौरान कई शोध विद्यार्थियों ने अपने शोध पेपर प्रस्तुत किए।

इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन सीसीएसयू के राजनीति विभाग द्वारा कराया गया जिसके मुख्य सूत्रधार प्रो. संजीव कुमार शर्मा (निदेशक, अकादमिक एवं डीन, कला संकाय, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ) व विभाग के प्रमुख प्रो. राजेंद्र कुमार पांडे रहे।

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